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China India Pakistan War News: चीन के दम पर इतना उछल रहा पाकिस्तान, पूंछ पर पांव पड़ते ही भाग खड़ा होगा ड्रैगन! 1971 में भी यही किया था

Last Updated:May 02, 2025, 02:39 IST

China’s Role In India-Pakistan Conflicts: पाकिस्तान अभी चीन के दम पर इतना उछल रहा है. शायद वह भूल गया कि चीनी ड्रैगन पूंछ पर पांव पड़ते ही भाग खड़ा होगा! 1971 में भी चीन ने यही किया था.मुगालता न पाले PAK, जंग हुई तो चीन नहीं बचाएगा! 1971 में भी मुंह मोड़ लिया था

1971 में भी चीन ने पाक को अकेला छोड़ा था, अब भी सिर्फ बयानों से तसल्ली देगा ड्रैगन! (File Photos)

हाइलाइट्स

पाकिस्तान को चीन से हैं बड़ी उम्मीदें लेकिन मिलेगी सिर्फ बयानबाजी.1971 की जंग में भी चीन ने पाकिस्तान को अकेला छोड़ दिया था.चीन की प्राथमिकताएं बदल चुकी हैं, पाकिस्तान को समर्थन कम.

India Pakistan Conflict: ‘पर्वतों से ऊंचा, समंदरों से गहरा’ ये वो जुमला है जो बीजिंग और इस्लामाबाद अपनी दोस्ती को बयान करने के लिए बार-बार दोहराते हैं. चीन के एक पूर्व जासूसी प्रमुख ने तो पाकिस्तान को ‘चीन का इजरायल’ तक कह दिया था. मगर ये कसीदे हकीकत की जमीन पर कब तक टिकते हैं? खासकर तब, जब भारत पहलगाम हमले का जवाब सैन्य कार्रवाई से देने का विकल्प खुले तौर पर रख रहा हो. पहलगाम नरसंहार के बाद चीन का बयान आया लेकिन बेहद नपे-तुले शब्दों में. उसमें ‘निष्पक्ष जांच’ की बात थी. चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री इशाक डार से कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष किसी के हित में नहीं है. संयम बरता जाए.’ मगर इससे ज्यादा कुछ नहीं.

यूएन सिक्योरिटी काउंसिल, जहां 2019 के पुलवामा हमले के बाद भारत को खुला समर्थन मिला था. इस बार चीन ने पर्दे के पीछे पाकिस्तान को कूटनीतिक कवच देने की पूरी कोशिश की. नतीजा? यूएन का बयान बेहद ढीला रहा. भारत की जांच को कोई समर्थन नहीं. लेकिन यहीं से कहानी पलटती है. ये साफ दिखता है कि चीन का समर्थन अब बिना शर्त नहीं है. वो ‘ऑल-वेदर फ्रेंड’ की जगह ‘ऑन-डिप्लोमैटिक-ड्यूटी’ जैसा साथी बनकर रह गया है.

मुनीर की गलतफहमी या खुशफहमी?

पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर ISI बैकग्राउंड से हैं. पुलवामा हमले से मुनीर के तार सीधे जुड़ते हैं. भारत ने आर्टिकल 370 हटाया, कश्‍मीर के हालत बदलने की ठानी. घाटी में अमन-चैन लौटा तो पाकिस्तान की नींद हराम होने लगी. मुनीर शायद यह सोच बैठे कि कश्मीर को फिर से युद्ध का मैदान बनाना पाकिस्तान के लिए फायदेमंद हो सकता है. पाकिस्तान के घरेलू हालात बेकाबू हैं. मुल्क आर्थिक तबाही में है, पूर्व पीएम इमरान खान जेल में बंद हैं अवाम को सेना से नफरत है.

आसिम मुनीर ने की थी उगाही की कोशिशकारोबारी से 90 करोड़ मांगने का दावाइमरान ख़ान को लिखी गई थी चिट्ठी2021 में लिखी गई चिट्ठी पर बवाल#SauBaatKiEkBaat | @KishoreAjwani pic.twitter.com/LEqryqQ1jg

— India (@India) May 1, 2025

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