Rajasthan

Citrus & Pomegranate Pest Control Tips in Rainy Season

Last Updated:October 22, 2025, 11:56 IST

Agriculture Tips: बरसात में नींबू और अनार की फसल की सुरक्षा बेहद जरूरी है, क्योंकि इस मौसम में तितलियों का प्रकोप बढ़ जाता है. इससे 30-40% तक नुकसान हो सकता है. क्विनालफॉस 25 ईसी का समय पर छिड़काव, नीम अर्क और ट्राइकोग्रामा चीलोनिस जैसे जैविक उपाय अपनाने तथा खेत की सफाई से उत्पादन 20-25% तक बढ़ सकता है.

सीकर: बरसात का मौसम किसानों के लिए वरदान के साथ-साथ चुनौती भी लेकर आता है. अक्टूबर और नवंबर में गुलाबी सर्दी के दौरान पौधों की वृद्धि तेज होती है, लेकिन इसी समय वातावरण में बढ़ी हुई नमी कीटों के पनपने के लिए सबसे अनुकूल माहौल तैयार करती है. खासकर नींबू और अनार की फसलों में इस मौसम में तितलियों का प्रकोप सबसे अधिक देखा जाता है. ये कीट पौधों के फूल, पत्ते और फल खराब कर देते हैं, जिससे किसानों की मेहनत और उम्मीदों पर पानी फिर जाता है. इसलिए समय पर उचित प्रबंधन बेहद आवश्यक है.

सिट्रस तितली और फल छेदक तितली दोनों ही मौसम के बदलने पर तेजी से फैलते हैं. नींबू के पौधों पर तितली पत्तियों को खा जाती है, जिससे नई कोपलें और शाखाएं सूखने लगती हैं. इसके परिणामस्वरूप फूल-फल लगना कम हो जाता है. वहीं, अनार में तितली फल की बाहरी सतह को काटकर अंदर के दाने खा जाती है, जिससे फल जल्दी गलने लगते हैं और उत्पादन में 30-40% तक की कमी आ सकती है. यह किसानों के लिए एक बड़ा आर्थिक नुकसान साबित होता है.

प्रभावी रासायनिक नियंत्रण

कीटों से बचाव के लिए समय पर और सही दवा का छिड़काव बेहद जरूरी है. किसान गोपाल राम बताते हैं कि रसायनों का उपयोग करते समय उसकी सही मात्रा का ज्ञान होना चाहिए:

अनार के लिए: फूल और फल आने की अवस्था में फल छेदक तितली को नियंत्रित करने के लिए प्रति लीटर पानी में 1 मिली क्विनालफॉस 25 ईसी मिलाकर छिड़काव करें. इससे कीटों का फैलाव रुक जाता है. नींबू के लिए: सिट्रस तितली से बचाव हेतु प्रति लीटर पानी में 1.5 मिली क्विनालफॉस 25 ईसी मिलाकर पत्तियों पर स्प्रे करें.

यह ध्यान रखें कि छिड़काव हमेशा सुबह या शाम के समय करें, और बरसात के तुरंत बाद न करें; पहले पौधों को अच्छी तरह सूखने दें, तभी रसायन प्रभावी हो पाता है.

जैविक और प्राकृतिक उपाय

रासायनिक नियंत्रण के साथ-साथ जैविक और प्राकृतिक उपाय भी उतने ही कारगर हैं और पर्यावरण के अनुकूल होते हैं:
नीम का अर्क: नीम के बीज की गिरी से बना 5% नीम अर्क तितली के लार्वा को खत्म करने में अत्यधिक प्रभावी होता है.
परजीवी कीट: ट्राइकोग्रामा चीलोनिस नामक परजीवी कीट छोड़े जा सकते हैं, जो विशेष रूप से तितली के अंडों को नष्ट कर देते हैं और प्राकृतिक नियंत्रण प्रदान करते हैं.
साफ-सफाई: संक्रमित पत्तियों और फलों को तुरंत तोड़कर जला दें या खेत से बाहर फेंक दें ताकि संक्रमण अन्य स्वस्थ पौधों में न फैले.
खरपतवार नियंत्रण: पौधों के आसपास झाड़ियाँ, सूखी पत्तियाँ और खरपतवार हटा दें, क्योंकि ये कीटों के छिपने और अंडे देने का स्थान होते हैं.

उत्पादन में वृद्धि का समीकरणएग्रीकल्चर एक्सपर्ट दिनेश जाखड़ बताते हैं कि नींबू और अनार की ये फसलें उच्च मूल्य वाली हैं, इसलिए इनका संरक्षण महत्वपूर्ण है. पौधों की जांच हर 2-3 दिन में करें. फल छेदक तितली की शुरुआत होते ही तत्काल उपचार शुरू करें. पुराने फल और सूखी शाखाओं की कटिंग-प्रूनिंग करें, जिससे नए और स्वस्थ विकास को बढ़ावा मिलता है. रासायनिक और जैविक उपायों का संतुलित उपयोग समय पर करने से उत्पादन में 20-25% तक बढ़ोतरी संभव है, जो किसानों की आय को सीधे प्रभावित करता है.

Location :

Sikar,Sikar,Rajasthan

First Published :

October 22, 2025, 11:50 IST

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Agriculture Tips: नींबू और अनार की फसल कैसे रखें कीटों से सुरक्षित…

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