Rajasthan

Cleanliness is identified by the soft leaves of the local date palm and even today the broom is the first choice of the villagers

Last Updated:May 12, 2025, 16:58 IST

भरतपुर के ग्रामीण इलाकों में देसी खजूर के पत्तों से बनी झाड़ू का उपयोग होता है. यह पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ होती है. महिलाएं इसे बनाकर रोजगार पाती हैं, यह सांस्कृतिक धरोहर है.X
खजूर
खजूर की पत्तियों से झाडू बनाते हुए 

भरतपुर. भरतपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में आज भी परंपरागत तरीकों से घरों की सफाई के लिए देसी खजूर के पत्तों से बनी झाड़ू का उपयोग किया जाता है. यह खजूर का पेड़ स्थानीय रूप से गांवों में उगता है और इसके पत्ते विशेष रूप से झाड़ू बनाने के लिए उपयुक्त माने जाते हैं. खजूर के ये पत्ते नरम होने के साथ-साथ मजबूत भी होते हैं. जिससे बनी झाड़ू टिकाऊ और सफाई के लिहाज से बेहद प्रभावी होती है.

इस झाड़ू की सबसे खास बात यह है कि यह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल होती है. इसमें न कोई प्लास्टिक इस्तेमाल होता है न ही किसी तरह की रासायनिक प्रक्रिया. इस कारण यह झाड़ू न केवल ग्रामीण संस्कृति की पहचान बनी हुई है बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक सकारात्मक कदम मानी जाती है.

इस तरह से तैयार होती है झाडूहर साल गर्मी के मौसम में खजूर के पेड़ों में नई और कोमल पत्तियां निकलनी शुरू हो जाती हैं. इन नई पत्तियों को झाड़ू बनाने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है. पहले उन्हें सावधानीपूर्वक तोड़ा जाता है फिर कुछ दिन तक धूप में सुखाया जाता है ताकि इनमें मौजूद नमी समाप्त हो जाए सूखने के बाद इन पत्तियों को हाथ से छांटा जाता है और फिर परंपरागत तरीके से एक धागे या रस्सी की सहायता से कसकर बांधा जाता है. इस पूरी प्रक्रिया में किसी मशीन का उपयोग नहीं होता बल्कि यह काम पूरी तरह से हाथों से किया जाता है.

महिलाओं के लिए रोजगार का जरियाकई गांवों में महिलाएं यह काम समूह में करती हैं और यह उनके लिए रोजगार का भी एक साधन बन जाता है. गांव के बड़े-बुजुर्ग आज भी इस झाड़ू को उपयोग में लेते हैं और अगली पीढ़ी को भी इसके महत्व के बारे में बताते हैं. इस तरह भरतपुर के गांवों में देसी खजूर की झाड़ू केवल सफाई का साधन नहीं बल्कि एक जीवंत परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर बन चुकी है, जिसे आज भी बड़ी श्रद्धा और लगन से जीवित रखा गया है.

authorimgMohd Majid

with more than 4 years of experience in journalism. It has been 1 year to associated with Network 18 Since 2023. Currently Working as a Senior content Editor at Network 18. Here, I am covering hyperlocal news f…और पढ़ें

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Bharatpur News: देसी खजूर की नरम पत्तों से बनती है स्वच्छता की पहचान झाड़ू

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