Rajasthan

Clothes of this city of Rajasthan are made in America, Britain and Saudi Arabia and are liked by Indians and foreigners

Agency: Rajasthan

Last Updated:February 22, 2025, 19:17 IST

Yasin Block Print: जोधपुर के पीपाड़ सिटी में यासिन ब्लॉक प्रिंट की कला जीवित है. प्राकृतिक रंगों से बने कपड़े अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब में लोकप्रिय हैं. प्राकृतिक रंगों से प्रिंटेड कपड़ों की आज भी बाजार में …और पढ़ेंX
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इको फ्रेंडली रंगाई-छपाई की कला से होता है काम

हाइलाइट्स

जोधपुर के पीपाड़ सिटी में यासिन ब्लॉक प्रिंट की कला जीवित है.अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब में पीपाड़ सिटी के कपड़े लोकप्रिय हैं.प्राकृतिक रंगों से बने कपड़े कैंसर रहित होते हैं.

 जोधपुर. राजस्थान का एक शहर, जो आज भी इको-फ्रेंडली रंगाई-छपाई की कला को जीवित रखे हुए है. भले ही हमारे देश में यह कला कम होती जा रही हो, लेकिन विदेशों में प्राकृतिक रंगों से सूती वस्त्रों पर रंगाई-छपाई की बढ़ती लोकप्रियता ने इसे आज भी जीवित रखा है. जोधपुर के पीपाड़ सिटी में कुछ परिवार आज भी अपनी पुश्तैनी कला को रोजगार का माध्यम बनाए हुए हैं.

विदेशों में एक्सपोर्ट हो रहे हैं यहां के कपड़े हम बात कर रहे हैं पीपाड़ सिटी के यासिन ब्लॉक प्रिंट की, जिन्होंने इस कला को न केवल जिंदा रखा है, बल्कि यहां से बने कपड़े अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब समेत कई देशों में एक्सपोर्ट हो रहे हैं. बड़ी-बड़ी नामी कंपनियां भी इन्हीं से कपड़े खरीदकर अपना ब्रांड बनाकर बाजारों में बेच रही हैं.

लकड़ी के ब्लॉक से किया जाता है प्रिंटिंग का कामआज भी पुरानी तकनीक से काम पीपाड़ सिटी में कुछ परिवार आज भी अपनी पुश्तैनी कला को रोजगार का माध्यम बनाए हुए हैं. सूती कपड़ों पर प्राकृतिक रंगों से रंगाई-छपाई के काम में पुराने कुंड, लोहे और मिट्टी के बर्तनों में लकड़ी की आग से रंगों को बनाकर लकड़ी के ब्लॉक से प्रिंटिंग का काम किया जाता है.  पीपाड़ सिटी में तैयार किए जा रहे कपड़े अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब में भी महिलाओं की पसंद बन रहे हैं.

केमिकल कलर्स से होता है कैंसर लोकल-18 से खास बातचीत में हस्तशिल्पी यासीन छींपा ने बताया कि केमिकल के कलर कैंसर पैदा कर सकते हैं. इसलिए हमने नेचुरल कलर्स को आज तक नहीं छोड़ा. हमारा कपड़ा वर्ल्डवाइड बिकता है. हम खुद कलर बनाते हैं, कहीं बाहर से नहीं मंगवाते. मैं अब तक 5 हजार के करीब निफ्ट के बच्चों को ट्रेनिंग दे चुका हूं. निफ्ट की लड़कियां भी नेचुरल कलर से काम देखकर काफी खुश होती हैं.

देश-विदेश तक प्रसिद्ध है यहां का कपड़ा युवा व्यवसायी नौशाद अली छींपा ने लोकल-18 से खास बातचीत में कहा कि प्राकृतिक रंगों की इस कला की जानकारी लेने विदेशी फैशन डिजाइनर और पर्यटक भी पीपाड़ सिटी आते रहते हैं. निफ्ट और आईआईटी के स्टूडेंट्स भी प्रशिक्षण के लिए यहां आते रहते हैं. बड़ी-बड़ी ब्रांड की कंपनियों को भी हमारे यहां से ही कपड़े भेजे जाते हैं. देश-विदेश तक हमारे यहां का नेचुरल कलर का कपड़ा प्रसिद्ध है.

राष्ट्रपति से लेकर मुख्यमंत्री तक इनकी कला के दीवाने पीपाड़ सिटी में प्राकृतिक रंगों से तैयार वस्त्रों की मुरीद तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का परिवार भी रहा है. पाटिल के समय यहां के बने पर्दे और बेडशीट राष्ट्रपति भवन की शोभा बढ़ा चुके हैं. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी प्राकृतिक रंगों से रंगे सूती कपड़ों के मुरीद रहे हैं.

केंद्र और राज्य स्तर पर कई बार हो चुके सम्मानित केंद्र और राज्य सरकार की ओर से प्राकृतिक रंगों से रंगाई-छपाई की कला को लेकर कई बार सम्मानित किया जा चुका है. इस परंपरागत कला को राज्य सरकार लघु उद्योग का दर्जा दे तो इसका विकास संभव है। इसमें रोजगार की अपार संभावनाएं हैं.


Location :

Jodhpur,Jodhpur,Rajasthan

First Published :

February 22, 2025, 19:17 IST

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राजस्थान के इस शहर के कपडे अमरीका, ब्रिटेन और सऊदी अरब में बने हुए

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