Rajasthan

कलेक्ट्रेट वार्ता बेनतीजा, अब धान मंडी में गरजेगा किसान आंदोलन, 17 दिसंबर को महापंचायत

Last Updated:December 15, 2025, 23:35 IST

Hanumangarh Mahapanchayat Update : हनुमानगढ़ के राठीखेड़ा में एथेनॉल फैक्ट्री में आग के बाद किसान और प्रशासन में तनाव जारी है, 17 दिसंबर की महापंचायत अब जंक्शन की धान मंडी में होगी, ट्रैक्टरों पर पाबंदी लगी है. कलेक्ट्रेट में हुई इस वार्ता में जिला कलेक्टर सहित प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जबकि किसानों की ओर से स्थानीय किसान नेता और आंदोलन से जुड़े प्रतिनिधि शामिल हुए.

ख़बरें फटाफट

कलेक्ट्रेट वार्ता बेनतीजा, अब धान मंडी में गरजेगा किसान आंदोलन,17 को महापंचायत

हनुमानगढ़. हनुमानगढ़ के टिब्बी क्षेत्र के राठीखेड़ा में एथेनॉल फैक्ट्री में हुई आगजनी की घटना के बाद प्रशासन और किसानों के बीच चल रहा तनाव अभी थमता नजर नहीं आ रहा है. कलेक्ट्रेट में जिला प्रशासन और किसान प्रतिनिधियों के बीच हुई अहम वार्ता भी किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी. दोनों पक्षों के बीच सहमति नहीं बनने के बाद किसानों ने 17 दिसंबर को प्रस्तावित कलेक्ट्रेट घेराव की रणनीति में बदलाव करते हुए अब जंक्शन स्थित धान मंडी में महापंचायत करने का फैसला किया है. इस फैसले के साथ ही प्रशासन और किसानों के बीच टकराव की स्थिति और स्पष्ट होती दिख रही है.

कलेक्ट्रेट में हुई इस वार्ता में जिला कलेक्टर सहित प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जबकि किसानों की ओर से स्थानीय किसान नेता और आंदोलन से जुड़े प्रतिनिधि शामिल हुए. वार्ता का उद्देश्य 10 दिसंबर को राठीखेड़ा स्थित एथेनॉल फैक्ट्री में हुई आगजनी और उसके बाद बने हालात पर चर्चा करना, साथ ही 17 दिसंबर को प्रस्तावित महापंचायत को लेकर सहमति बनाना था. लेकिन लंबी बातचीत के बावजूद किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बन सकी. किसान नेता अपने पुराने रुख पर कायम रहे कि फैक्ट्री को लेकर उनकी आशंकाओं और मांगों का समाधान किए बिना आंदोलन समाप्त नहीं होगा.

17 दिसंबर की महापंचायत का बदला स्थान
वार्ता विफल रहने के बाद किसानों ने एलान किया कि अब 17 दिसंबर को कलेक्ट्रेट के बजाय हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित धान मंडी में महापंचायत की जाएगी. किसान नेताओं का कहना है कि प्रशासनिक दबाव और पाबंदियों के कारण उन्हें यह फैसला लेना पड़ा है. उनका आरोप है कि प्रशासन आंदोलन को कमजोर करने के लिए लगातार सख्त शर्तें थोप रहा है.

ट्रैक्टरों पर पाबंदी और प्रशासन का सख्त रुखजिला कलेक्टर ने महापंचायत को लेकर ट्रैक्टरों के प्रवेश पर स्पष्ट पाबंदी लगा दी है. कलेक्टर का कहना है कि यदि महापंचायत में ट्रैक्टर लाए गए, तो मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन का तर्क है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना उसकी प्राथमिक जिम्मेदारी है और पिछले घटनाक्रम को देखते हुए किसी भी तरह के जोखिम को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.

किसान नेताओं के आरोपप्रशासन के इस फैसले पर किसान नेताओं ने कड़ा ऐतराज जताया है. उनका आरोप है कि जिला कलेक्टर किसानों के ट्रैक्टर को हथियार के रूप में पेश कर रहे हैं, जो पूरी तरह गलत है. किसान नेताओं का कहना है कि ट्रैक्टर उनके जीवन और खेती का साधन है, न कि हिंसा का. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन किसानों को डराने और आंदोलन से पीछे हटाने की कोशिश कर रहा है.

पुराने घटनाक्रम की पृष्ठभूमिगौरतलब है कि राठीखेड़ा में प्रस्तावित एथेनॉल फैक्ट्री को लेकर किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. किसानों का आरोप है कि इस फैक्ट्री से जल और पर्यावरण प्रदूषण का खतरा है, जिससे खेती और पेयजल प्रभावित होगा. 10 दिसंबर को फैक्ट्री में आगजनी और तोड़फोड़ की घटना के बाद हालात और तनावपूर्ण हो गए थे. इसके बाद से इलाके में प्रशासनिक सतर्कता बढ़ा दी गई और कई स्तरों पर बातचीत के प्रयास किए गए, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका है. कुल मिलाकर, कलेक्ट्रेट में हुई वार्ता के बेनतीजा रहने के बाद 17 दिसंबर की महापंचायत अब नए स्थान पर होने जा रही है. प्रशासन की पाबंदियों और किसानों के आरोपों के बीच यह देखना अहम होगा कि आने वाले दिनों में संवाद की कोई नई राह निकलती है या टकराव और गहराता है.

About the AuthorAnand Pandey

नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें

Location :

Hanumangarh,Rajasthan

First Published :

December 15, 2025, 23:35 IST

homerajasthan

कलेक्ट्रेट वार्ता बेनतीजा, अब धान मंडी में गरजेगा किसान आंदोलन,17 को महापंचायत

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj