फसल की बची हुई धान का उपयोग कर बनाई रंग-बिरंगी कलाकृतियां, बीकानेर के ग्रामीण हाट में किया प्रदर्शित

Last Updated:October 15, 2025, 18:59 IST
ओडिशा के रहने वाले सुशांत ने चावल की फसल से अनोखी पेंटिंग्स बनाकर कला को नया रूप दिया है. फसल की बची हुई धान का उपयोग कर वे रंग-बिरंगी कलाकृतियां तैयार करते हैं, जिन्हें इन दिनों बीकानेर के ग्रामीण हाट में प्रदर्शित किया गया है. इस कला को उन्होंने अपने गुरु से सीखा और अब महिलाओं को भी सिखा रहे हैं, ताकि वे घर बैठकर सुंदर चित्र बना सकें.
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बीकानेर. कहते हैं कि कला का कोई दायरा नहीं होता, इसे कहीं भी और कभी भी एक अलग अंदाज और नया रूप दिया जा सकता है. इसी प्रकार एक व्यक्ति ने एक शानदार और अनोखी रचना बनाई है, ओडिशा के रहने वाले सुशांत ने चावल की फसल से कई तरह की अनोखी पेंटिंग्स बनाई हैं. जब किसान फसल काटकर बाकी बची हुई फसल को फेंक देते हैं, तो उसे हम इकट्ठा कर लेते हैं.
इसके बाद उसे कई तरह की कला के रूप में आकार दिया जाता है, इन दिनों बीकानेर के ग्रामीण हाट में यह अपनी कला की प्रदर्शनी लगाए हुए हैं, जिसे देखकर लोग काफी हैरान हैं. ओडिशा के रहने वाले सुशांत ने बताया कि इसे बनाने में कई तरह के रंगों का उपयोग किया जाता है, मैंने अपने गुरु से यह काम सीखा है, इसके बाद अपना काम शुरू कर दिया.
50 रुपए से लेकर 15 हजार रुपए तक की पेंटिंग्स
इस कला को सीखने का उद्देश्य है कि घर पर बैठी महिलाएं भी धान से नई कलाकृतियां बना सकें और फिर रंगों से इन कलाकृतियों को काफी सुंदर बना सकें. इससे वे भगवान के चित्र, पेड़, पशु-पक्षियों के चित्र भी बना देती हैं. यहां 50 रुपए से लेकर 15 हजार रुपए तक की पेंटिंग्स मिलती हैं. इस कला के लिए ओडिशा, दिल्ली सहित कई जगहों से ऑर्डर आते रहते हैं, जैसे-जैसे ऑर्डर मिलता है, काम शुरू कर दिया जाता है. सुशांत बताते हैं कि छोटे काम में तीन से चार दिन लगते हैं, जबकि बड़े काम में 10 दिन से दो माह तक का समय लगता है.
वे बताते हैं कि चावल पैडी आर्टवर्क की खासियत यह है कि इसे तैयार करने के लिए चावल की विभिन्न किस्मों के अलावा प्राचीन डेकोरेटिव किस्में भी शामिल की जाती हैं. बता दें कि चावल पैडी आर्टवर्क के तहत तैयार की गई कलाकृतियां जापानी इतिहास, संस्कृति और समाज की कहानी भी बयां करती हैं. वहीं, कटाई शुरू होने तक चावल की यह खास धान कला चावल पैडी आर्टवर्क डिस्प्ले की जाती है.
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें
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Location :
Bikaner,Rajasthan
First Published :
October 15, 2025, 18:59 IST
homerajasthan
बीकानेर ग्रामीण हाट में सुशांत की अनोखी चावल पैडी आर्टवर्क प्रदर्शनी लगी