5 Harmful Food Combinations as per Ayurveda : आयुर्वेद के अनुसार इन फूड कॉम्बिनेशंस से बचें, दूध-फल, शहद-गर्म पानी, घी-शहद

Last Updated:May 13, 2025, 15:24 IST
Dangerous Food Combinations: आयुर्वेद में फल और दूध का कॉम्बिनेशन सेहत के लिए नुकसानदायक माना गया है. लोगों को बीमारियों से बचने के लिए दूध के साथ फलों का सेवन करने से बचना चाहिए.
आयुर्वेद के अनुसार चिकन के साथ दूध का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है.
हाइलाइट्स
दूध और फलों का कॉम्बिनेशन नुकसानदायक है.शहद को गर्म पानी या दूध के साथ यूज न करें.चिकन या मछली के साथ दूध बिल्कुल न पिएं.
Foods To Avoid As Per Ayurveda: आयुर्वेद में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हर मौसम के लिए अलग खान-पान का वर्णन किया गया है. आयुर्वेद भारत की प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है, जो न केवल यह सिखाती है कि क्या खाना चाहिए, बल्कि यह भी बताती है कि किस चीज को किसके साथ नहीं खाना चाहिए. आयुर्वेद के अनुसार कुछ फूड कॉम्बिनेशंस पाचन को बाधित करते हैं और शरीर में टॉक्सिन्स का निर्माण करते हैं. लंबे समय तक इन फूड कॉम्बिनेशंस का सेवन करने से शरीर में असंतुलन उत्पन्न हो सकता है और कई बीमारियां हो सकती हैं. लोगों को इसे लेकर सावधानी बरतनी चाहिए.
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक दूध और फलों का कॉम्बिनेशन आयुर्वेद में नुकसानदायक माना गया है. आजकल दूध और फलों से बनी स्मूदी का ट्रेंड बढ़ गया है, लेकिन आयुर्वेद में दूध और फलों को एक साथ लेने की मनाही है. इसका कारण यह है कि दूध स्वभाव से ठंडा और भारी होता है, जबकि फल मीठे और अम्लीय होते हैं. जब ये दोनों एक साथ खाए जाते हैं तो पाचन अग्नि कमजोर हो जाती है, जिससे गैस, अपच, कफ जमना और टॉक्सिन्स की समस्या हो सकती है. यह कॉम्बिनेशन त्वचा संबंधी रोगों और श्वसन समस्याओं का कारण बन सकता है.
शहद के साथ गर्म पानी या दूध का सेवन करना ठीक नहीं माना जाता है. शहद, गर्म पानी और दूध सभी अपने आपमें फायदेमंद होते हैं, लेकिन आयुर्वेद के अनुसार शहद को गर्म पानी या गर्म दूध के साथ मिलाकर लेना विषाक्त प्रभाव पैदा कर सकता है. इसका कारण यह है कि जब शहद को गर्म किया जाता है या गर्म चीजों में मिलाया जाता है, तो वह आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से जहर के समान बन जाता है. इसलिए शहद को पकाना नहीं चाहिए और गर्म पदार्थों में मिलाना नहीं चाहिए.
घी और शहद दोनों ही आयुर्वेद में औषधीय गुणों से भरपूर माने जाते हैं. लेकिन इन दोनों को बराबर मात्रा में एक साथ मिलाकर खाना मना है. इसका कारण यह है कि शहद गर्म तासीर वाला होता है और घी ठंडी तासीर का होता है. दोनों का तालमेल अगर संतुलित न हो तो यह विषाक्त तत्व उत्पन्न करता है. इससे पाचन प्रक्रिया पर बुरा असर पड़ता है. हालांकि अगर घी और शहद को असमान मात्रा में लिया जाए, तो यह नुकसानदायक नहीं होता और कई आयुर्वेदिक औषधियों में ऐसे प्रयोग किया जाता है.
चिकन या मछली के साथ दूध नहीं पीना चाहिए. दूध ठंडा और चिकन या मछली गर्म तासीर वाले होते हैं. इनके बीच का यह थर्मल कॉन्फ्लिक्ट पाचन तंत्र को भ्रमित करता है, जिससे टॉक्सिन्स उत्पन्न होते हैं. इससे शरीर में टॉक्सिसिटी बढ़ सकती है. इससे त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे एक्जिमा, फंगल इंफेक्शन या सोरायसिस हो सकती हैं. इसलिए आयुर्वेद में चिकन या मछली खाने के कई घंटों बाद ही दूध लेने की सलाह दी जाती है.
फल खाने के तुरंत बाद पानी पीना नुकसानदायक माना जाता है. आयुर्वेद के अनुसार फलों को खाने का सही समय सुबह खाली पेट होता है या भोजन से 30 मिनट पहले या बाद में. इसका कारण यह है कि फल जल्दी पच जाते हैं, जबकि अन्य खाद्य पदार्थ जैसे अनाज, प्रोटीन और डेयरी को पचने में अधिक समय लगता है. अगर फल खाने के तुरंत बाद पानी पीया जाए या अन्य भोजन कर लिया जाए, तो फल पेट में फर्मेंट होने लगते हैं, जिससे गैस, सूजन और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इससे न केवल पाचन प्रभावित होता है बल्कि पोषक तत्वों का अवशोषण भी कम हो जाता है.
अमित उपाध्याय
अमित उपाध्याय Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें
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