Deputy SP Bherulal Meena Acb Case Update – ACB की 32 माह की नौकरी में कमाए 65 लाख रुपए, 5 माह पहले गिरफ्तार एडिशनल SP पर आय से अधिक सम्पत्ति का मामला दर्ज

चार माह पहले भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने खूद के कार्यालय में तैनात एडिशनल एसपी भैंरुलाल मीणा को सवाई माधोपुर डीटीओ से बंधी लेते गिरफ्तार कर सभी को चकित कर दिया था

ओमप्रकाश शर्मा/जयपुर। चार माह पहले भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने खूद के कार्यालय में तैनात एडिशनल एसपी भैंरुलाल मीणा को सवाई माधोपुर डीटीओ से बंधी लेते गिरफ्तार कर सभी को चकित कर दिया था। गिरफ्तारी के बाद उसकी ‘कमाई’ की पड़ताल की तो अब खुद एसीबी हैरान है। भैंरुलाल ने एसीबी में ही 32 माह की पोस्टिंग के दौरान वैध आय से 400 प्रतिशत अधिक (6550570) धन एकत्र कर लिया। इस खुलासे के बाद जमानत पर चल रहे भैंरुलाल के खिलाफ एसीबी ने एक और मामला आय से अधिक सम्पत्ति का दर्ज किया है।
एसीबी की सवाई माधोपुर चौकी प्रभारी रहते हुए भैंरुलाल मीणा ने अवैध वसूली की। वह जिले के कई विभागों के अधिकारियों से इस बात की बंधी लेता था कि एसीबी उनके खिलाफ आने वाली शिकायतों पर ध्यान नहीं देगी। सूचना मिली को एसीबी मुख्यालय ने इसे गम्भीरता से लिया और 9 दिसम्बर 2020 को भैंरुलाल को उस समय गिरफ्तार किया जब वह सवाई माधोपुर के जिला परिवहन अधिकारी महेश चंद मीणा से बंधी के अस्सी हजार रुपए ले रहा था। महेश को भी गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस को भी नहीं छोड़ा
एसीबी ने भैंरुलाल को डीटीओ से बंधी लेते गिरफ्तार किया था। पूछताछ बाद जिला आबकारी अधिकारी मधुसूदन सैनी को भी गिरफ्तार किया। उसने भैंरुलाल को बीस हजार रुपए की बंधी दी थी। इसके बाद बाटौदा थानाधिकारी सुरेन्द्र सिंह को भी गिरफ्तार किया। उसने आठ हजार रुपए भैंरुलाल को दिए थे।
सिपाही के पद पर भर्ती, पांचवीं पदोन्नति पर गिरफ्तार
भैंरुलाल पुलिस में कांस्टेबल के पद से भर्ती हुआ था। इसके बाद पांच पदोन्नति पाते हुए उप अधीक्षक का पद पाया। एसीबी में इंसेंटिव के तहत वह एक पोस्ट सीनियर एडिशनल एसपी के पद पर तैनात था।
एसीबी की पोस्टिंग को बनाया अवसर
गिरफ्तारी के बाद भैंरुलाल के कार्यालय व घर की तलाशी ली तो पहली ही नजर में साफ हो गया कि उसने काली कमाई की थी। उसकी आय की जानकारी जुटाई गई। इसके लिए एसीबी ने मात्र 32 माह के दौरान की गई कमाई की पड़ताल की। ये 32 माह वे थे, जिस दौरान भैंरुलाल एसीबी में तैनात रहा। 18 अप्रेल 2018 से 9 दिसम्बर 2020 में भैंरुलाल में सामने आया कि उसे वैध माध्यम से 15 लाख 75 हजार आय हुई। जबकि इसी दौरान उसके खर्चे और परिसम्पत्ति का आंकड़ा 80 लाख 26 हजार रुपए रहा। एसीबी ने माना कि उसने आय से 400 प्रतिशत अधिक (6550570 रुपए) सम्पत्ति अर्जित की। एसीबी ने अब भैंरुलाल के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया। इसकी जांच अब उसी सवाई माधोपुर चौकी के प्रभारी सुरेन्द्र शर्मा कर रहे हैं।