Costao Teaser OUT: भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए जांबाज कस्टम अधिकारी बने नवाजुद्दीन सिद्दीकी, धांसू है वीडियो

Last Updated:April 14, 2025, 23:12 IST
Costao Teaser OUT: नवाजुद्दीन सिद्दीकी की अपकमिंग फिल्म ‘कोस्टाओ’ का टीजर जारी (Costao Teaser) हो चुका है. इसमें अभिनेता कभी न देखे गए चैलेंजिंग कस्टम ऑफीसर के किरदार में दिख रहे हैं.
हाइलाइट्स
आ गया नवाजुद्दीन सिद्दीकी की नई फिल्म का टीजरपहली बार पर्दे पर कस्टम अधिकारी बने नवाजुद्दीनकोस्टाओ फर्नांडीस (Costao Fernandes) के प्रेरक जीवन की है कहानी
मुंबई: अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) स्टारर बायोग्राफिकल ड्रामा ‘कोस्टाओ’ का टीजर जारी (Costao Teaser) हो चुका है. टीजर में अभिनेता कस्टम अधिकारी के रूप में गोवा के कुख्यात तस्कर से भिड़ते नजर आए. गोवा के सबसे बड़े तस्कर से लोहा लेने वाले कस्टम अधिकारी, मिस्टर कोस्टाओ फर्नांडिस के जीवन से प्रेरित इस प्रोजेक्ट का निर्देशन सेजल शाह ने किया है. डायलॉग्स से लेकर कलाकारों तक ‘कोस्टाओ’ नवाजुद्दीन की एक और रोमांचक फिल्म (Nawazuddin Siddiqui upcoming movie) होने का वादा करती है.
देशभक्ति बहादुरी की कहानी है कोस्ताओ
टीजर के साथ जी5 ने लिखा, ‘एक ऐसा हीरो जिसके पास कोई कैप नहीं है – सिर्फ एक सफेद वर्दी, अडिग साहस और जो सही है उसके लिए खड़े होने की इच्छाशक्ति है.’ विनोद भानुशाली, कमलेश भानुशाली, भावेश मंडालिया, सेजल शाह, श्याम सुंदर और फैजुद्दीन सिद्दीकी ने मिलकर ‘कोस्टाओ’ का निर्माण किया है. 1 मिनट और 37 सेकंड के टीजर में नवाज़ुद्दीन कोस्टाओ फर्नांडिस का किरदार निभा रहे हैं, जो एक सम्मानित कस्टम अधिकारी है, जिसका जीवन एक एक बड़े मिशन के बाद उथल-पुथल में बदल जाता है. देशभक्ति और बहादुरी की कहानी के रूप में शुरू होने वाली यह कहानी जल्द ही एक तलाशी अभियान में बदल जाती है, क्योंकि कोस्टाओ पर हत्या का झूठा आरोप लगाया जाता है, और वो भारत का ‘मोस्ट वांटेड मैन’ बन जाता है. टीजर तनाव, भावना और एक्शन से भरपूर है, जो एक मजबूत भावनात्मक कोर के साथ एक क्राइम ड्रामा है.
1990 के दशक के मिशन पर बेस्ड है स्टोरी‘कोस्टाओ’ एक निडर कस्टम अधिकारी की कहानी से प्रेरित है. बॉम्बे फैबल्स मोशन पिक्चर्स के सहयोग से भानुशाली स्टूडियोज लिमिटेड द्वारा प्रस्तुत ‘कोस्टाओ’ गोवा के एक निडर कस्टम अधिकारी कोस्टाओ फर्नांडीस (Costao Fernandes) के प्रेरक जीवन की कहानी है, जो 1990 के दशक में अपने साहसिक मिशन के बाद भारत में सोने की तस्करी के सबसे बड़े प्रयास को विफल कर देता है. यह एक बहुत ही प्रासंगिक सवाल भी उठाता है कि आपको ईमानदारी की क्या कीमत चुकानी पड़ती है.