कॉस्ट्यूम डिजाइनर ने बेटी को बनाया टॉप हीरोइन, मरने से पहले सुपरस्टार को सौंपी जिम्मेदारी, शादीशुदा से हुआ प्रेम

Last Updated:November 20, 2025, 17:58 IST
फिल्म इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक हीरोइन हुई हैं, लेकिन एक्टर के मुकाबले उनका ज्यादा लंबा करियर नहीं चल सका. लेकिन बॉलीवुड की एक ऐसी स्टार एक्ट्रेस भी हैं, जिन्होंने 40 साल तक इंडस्ट्री पर रूल किया. इतना ही इसके भी दस साल आगे तक उन्होंने टीवी पर काम किया.
बॉलीवुड की इस टॉप एक्ट्रेस ने गोविंदा, धर्मेंद्र, जीतेंद्र, ऋषि कपूर समेत कई बड़े कलाकारों संग काम किया, लेकिन सबसे बड़ी हिट इन्होंने राजेश खन्ना, धर्मेंद्र और शम्मी कपूर संग दी. इस एक्ट्रेस की मां एक कॉस्ट्यूम डिजाइनर थीं, जो मुस्लिम थीं और शादी के बाद उन्होंने हिंदू धर्म को अपनाया था. एक्ट्रेस ने कभी शादी नहीं की और 85 की उम्र में भी कुंवारी हैं. बॉलीवुड की इस टॉप एक्ट्रेस ने गोविंदा, धर्मेंद्र, जीतेंद्र, ऋषि कपूर समेत कई बड़े कलाकारों संग काम किया, लेकिन सबसे बड़ी हिट इन्होंने राजेश खन्ना, धर्मेंद्र और शम्मी कपूर संग दी. इस एक्ट्रेस की मां एक कॉस्ट्यूम डिजाइनर थीं, जो मुस्लिम थीं और शादी के बाद उन्होंने हिंदू धर्म को अपनाया था. एक्ट्रेस ने कभी शादी नहीं की और 85 की उम्र में भी कुंवारी हैं.

कॉस्ट्यूम डिजाइनर का नाम सुधा पारेख है. आईएमडीबी के मुताबिक, वह एक बोहरा मुस्लिम परिवार में पैदा हुई थीं. उनका रियल नाम सलमा था. सुधा को किशोरावस्था में ही अपने पड़ोसी बच्चुभाई मोतीलाल पारेख से प्यार हुआ. बच्चुभाई एक वैष्णव गुजराती थे.

बच्चुभाई ने पहले कदम उठाते हुए सुधा को लव लेटर भेजे. उनके पेरेंट्स इंटर रिलिजन शादी के खिलाफ थे. तीन साल के रिलेशनशिप के बाद, उन्होंने 1 अगस्त 1941 को अपने दोस्तों की उपस्थिति में शादी कर ली. हिंदू धर्म अपनाया और सलमा से सुधा हो गईं. सुधा 20 साल की थीं और बच्चुभाई 21 साल के. एक साल बाद 1942 में उनकी बेटी आशा पारेख का जन्म हुआ. इसी के साथ दोनों की फैमिली की सुलह भी हो गई.
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सुधा पारेख एक प्रसिद्ध कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर थीं. उन्होंने ‘अनामिका’ (1973), ‘आन मिलो सजना’ (1970) और ‘तीसरी मंजिल’ (1966) समेत कई फिल्मों में बतौर कॉस्ट्युम डिजाइनर के तौर पर काम किया. वह साथ-साथ आशा पारेख की मैनेजर भी थी और उनकी फिल्मों के लिए हाई फीस डील की. उन्होंने आशा की फिल्मों के लिए कॉस्ट्यूम और हेयरस्टाइल भी किए.

आशा पारेख ने साल 2017 में आई उनकी ऑटोबायोग्राफी ‘द हिट गर्ल’ में लिखा कि उनकी मां ने उनसे शादीशुदा फिल्ममेकर नासिर हुसैन के साथ रोमांटिक संबंधों की अफवाहों के बारे में पूछा था, जो कई दशकों तक चला. आशा ने अपनी किताब में लिखा कि यह एकमात्र समय था जब उन्होंने अपनी मां से झूठ बोला था, जब उन्होंने कहा कि कोई रिलेशनशिप नहीं था और सुधा ने इसे मान भी लिया.

फिर भी, सुधा ने हुसैन की फिल्मों पर काम करना बंद कर दिया. आशा पारेख ने ‘द हिट गर्ल’ में नासिर हुसैन के प्रति अपने गहरे प्यार को खुलकर बयां किया. को खुलकर प्रकट किया. उन्होंने लिखा कि वह नासिर हुसैन से प्यार करती थीं, लेकिन वह किसी शादीशुदा महिला का घर नहीं तोड़ना चाहती थीं.

आशा पारेख ने लिखा कि वह अपने प्यार के लिए किसी और घर बर्बाद नहीं करना चाहती थी. अपनी फीलिंग्स के बावजूद, उन्होंने एक ऐसे रिलेशनशि को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया जो एक फैमिली को प्रभावित कर सकता था. उनका अविवाहित रहने का निर्णय दिल टूटने से नहीं, बल्कि सिद्धांतों से इंस्पायर था.

सुधा और उनकी बेटी आशा पारेख अभिनेत्री शम्मी के साथ करीबी दोस्त बन गईं. जब सुधा अपने मृत्युशय्या पर थीं, तो उन्होंने शम्मी से अपने डर को कबूल किया कि आशा उनकी मृत्यु के बाद अकेली रह जाएंगी, क्योंकि उन्होंने कभी शादी नहीं की और उनके कोई बच्चे नहीं हैं. शम्मी ने उन्हें शांत किया और कहा कि जब तक वह जीवित हैं, वह आशा का ख्याल रखेंगे.

सुधा ज्योतिष में दृढ़ विश्वास रखती थीं. एक ज्योतिषी ने सुधा से कहा था कि अगर आशा की शादी होगी, तो वह सुखी नहीं होगी. लेकिन सुधा ने उस भविष्यवाणी को मात देने की कोशिश की और अपनी बेटी के लिए रिश्ते ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कुछ भी काम नहीं आया, और आशा अविवाहित रहीं. आशा ने कहा कि उन्होंने अकेले रहने में शांति मिली.
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November 20, 2025, 17:58 IST
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कॉस्ट्यूम डिजाइनर की बेटी बनी टॉप हीरोइन, मरने से पहले शम्मी को दी जिम्मेदारी



