Covid Wreaks Havoc On Co-operative Movement – सहकरिता आंदोलन के प्रहरियों पर कोविड का कहर

15 दिन में 10 कार्मिकों की मौत
कोविड वॉरियर्स में शामिल किए जाने और मृतक कार्मिक के परिजन को अनुग्रह राशि दिए जाने की मांग
सहकारिता निदेशक ने लिखा पत्र
कार्मिकों का प्राथमिकता से वैक्सीनेशन करवाए जाने का आग्रह
जयपुर, 11 मई
पिछले 25 दिनों में बायो मैट्रिक सत्यापन के जरिए 900 करोड़ रुपए का खरीफ फसली ऋण वितरित कर चुके सहकारिता आंदोलन के प्रहरियों यानी ग्राम सेवा सहकारी समितियों के व्यवस्थापकों पर कोविड भारी पड़ रहा है। पिछले 15 दिन में 9 लैप्स और पैक्स कार्मिकों की मृत्यु हो चुकी है और सैकड़ों कोविड पॉजिटिव हैं। कोविड काल में ड्यूटी निभा रहे इन कार्मिकों को ना तो कोविड वॉरियर में शामिल किया गया है और ना ही मृतक कार्मिकों के परिजनों को 50 लाख रुपए अनुग्रह राशि देने का प्रावधान है।
गौरतलब है कि प्रदेश के लगभग 6700 सहकारी पैक्स लैम्प्स में कार्यरत कर्मचारी कोविड के पहले चरण में गौण मंडी, किसान उपज खरीद केंद्र, सार्वजनिक वितरण व्यवस्था के रूप में सामग्री वितरित करने, फसली ऋण वितरण और वसूली के रूप में कार्य करते हुए सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचा चुके हैं और वर्तमान में भी काम कर रहे हैं लेकिन उनके लिए अभी तक कोई चिकित्सा सुविधा लागू नहीं की गई है। ना तो विभाग के इन कार्मिकों को फ्रंटलाइन वर्कर में शामिल किया गया है और ना ही कोविड से मौत के बदले मिल रही कोई अनुग्रह राशि, बीमा सुरक्षा और आश्रितों को नौकरी देने की बात तो दूर तक है।
इनकी हुई कोविड से मौत
जोधपुर के जीएसएस व्यवस्थापक आईदानराम चौधरी
मंडावरा जीएसएस व्यवस्थापक नितिन बेनीवाल
डुगरज्या ग्राम सेवा सहकारी समिति शाखा दीगोद के व्यवस्थापक बाबूलाल गौड़
झालावाड़ की हिम्मतगढ़ जीएसएस व्यवस्थापक रीना शर्मा
बूटाटी के व्यवस्थापक कूनाराम डूकिया
मांडलगढ़ के व्यवस्थापक गुलाब सिंह की कोविड से मौत
मांडलगढ़ के सहायक व्यवस्थापक कालूराम
उदयपुर संभाग के मावली पेक्स के सहायक व्यवस्थापक हीरालाल रावत
रावतभाटा जीएसएस व्यवस्थापक मोहनराम
नागौर के सुनारी जीएसएस से एस एन शर्मा
श्रीगंगानगर से वीरेंद्र सिंह
बाड़मेर सीसीबी का एक नौजवान 45 वर्षीय शाखा प्रबंधक भी
इनका कहना है,
ग्राम सेवा सहकारी समितियों में कार्यरत कर्मचारियों को कोविड 19 के तहत बीमा करवाया जाए, कोविड से जान गंवाने वाले कार्मिक के परिवार में से किसी को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाए। प्रदेश के कार्मिकों के लिए कोई चिकित्सा सुविधा लागू नहीं है।
नंदलाल वैष्णव, प्रदेशाध्यक्ष,
राजस्थान सहकारी कर्मचारी संघ।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव को इस संबंध में पत्र लिखा गया है और अनुरोध किया है कि लैप्स और पैक्स के कार्मिकों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जाए। हमारे कार्मिक कोविड काल में लगातार काम कर रहे हैं। कई कार्मिकों की मौत हो चुकी है तो सैकड़ों की संख्या में कार्मिक कोविड पॉजिटिव हैं। ऐसे में इनके लिए प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन कैम्प लगवाए जाने का अनुरोध किया गया है।
मुक्तानंद अग्रवाल,निदेशक,
सहकारिता