नागौर में पहली बार दिखा हिमालयन ग्रिफिन वल्चर…वन्यजीव संरक्षण में मिली बड़ी सफलता!

Last Updated:November 15, 2025, 15:59 IST
हिमालयन ग्रिफिन वल्चर, एक प्रवासी गिद्ध प्रजाति, नागौर मेड़ता क्षेत्र में पहली बार देखा गया है, जो वन्यजीव संरक्षण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. यह गिद्ध मृत पशुओं का अवशेष खाकर पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करता है. गिद्ध के घायल होने की सूचना मिलते ही वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई की और उसे मेड़ता सिटी रेस्क्यू सेंटर लाया, जहां उसे उपचार दिया जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना क्षेत्र में पारिस्थितिकीय संतुलन और वन्यजीव संरक्षण प्रयासों की सफलता को दर्शाती है.
इसके बाद, सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम सक्रिय हो गई और मौके पर पहुंची. वन अधिकारियों की देखरेख में गिद्ध का सुरक्षित रेस्क्यू कर उसे मेड़ता सिटी के रेस्क्यू सेंटर लाया गया. यहां पशु चिकित्सकों की टीम ने प्राथमिक उपचार शुरू किया. क्षेत्रीय वन अधिकारी ममता जांगिड़ ने बताया कि ग्रामीणों की जागरूकता और समय पर सूचना देने से इस दुर्लभ प्रजाति का सफल रेस्क्यू संभव हो सका है.

वन्यजीव विशेषज्ञों का मानना है कि क्षेत्र में इस गिद्ध का दिखना एक सकारात्मक पारिस्थितिकीय संकेत है. इसका अर्थ है कि यहां का वातावरण प्रवासी पक्षियों के लिए अनुकूल बन रहा है. विशेषज्ञों ने कहा कि गिद्धों की यह प्रजाति भारतीय उपमहाद्वीप में विलुप्ति के कगार पर पहुंच चुकी है, और वातावरण में लगातार बदलाव के कारण कई गिद्धों की मृत्यु हो चुकी है. ऐसे में इस प्रजाति का यहां दिखाई देना वन्यजीव संरक्षण प्रयासों की सफलता है.

मेड़ता के रेस्क्यू सेंटर में गिद्ध को विशेष पिंजरे में रखा गया है, जहां उसे आरामदायक वातावरण में रखा गया है. डॉक्टरों ने बताया कि गिद्ध को पानी, हल्का भोजन और विटामिन सप्लीमेंट्स दिए जा रहे हैं. प्राथमिक जांच में किसी गंभीर चोट का पता नहीं चला, हालांकि थकावट और डिहाइड्रेशन के लक्षण मिले हैं. पशु चिकित्सक दल का कहना है कि अगले कुछ दिनों में उपचार से गिद्ध पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है.

गिद्धों की यह प्रजाति पारिस्थितिक तंत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. ये मृत पशुओं का अवशेष खाकर प्राकृतिक सफाईकर्मी के रूप में पर्यावरण को स्वच्छ रखते हैं. यही कारण है कि गिद्धों की घटती संख्या को लेकर पिछले वर्षों में चिंता जताई गई थी. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घायल गिद्ध को सुरक्षित रेस्क्यू किया और मेड़ता सिटी रेस्क्यू सेंटर लाया. वन अधिकारियों के अनुसार, यह गिद्ध नागौर क्षेत्र में पहली बार देखा गया है.
First Published :
November 15, 2025, 15:59 IST
homerajasthan
नागौर में पहली बार दिखा हिमालयन ग्रिफिन वल्चर, संरक्षण में सफलता



