‘अमेरिकी फिल्मों का टाइटैनिक बताकर…’, ‘कल हो ना हो’ के लिए 17 घंटे करती थी काम, क्रू मेंबर ने बताया बुरा अनुभव

Last Updated:November 01, 2025, 22:19 IST
शाहरुख खान की ‘कल हो ना हो’ के लिए काम सेट डिजाइनर का काम करने वाली इन्फ्लुएंसर ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि उन्हें फिल्म पुरुषों के मुकाबले कम पैसे मिले. इतना ही नहीं उन्होंने सेट बनाने के लिए एक दिन में 12-17 घंटे काम किया.
शाहरुख खान की फिल्म ‘कल हो ना हो’ साल 2003 में रिलीज हुई थी.
मुंबई. शाहरुख खान, प्रीति जिंटा और सैफ अली खान की फिल्म ‘कल हो ना हो’ एक एवरग्रीन क्लासिक फिल्म है. आज भी यह फिल्म लोगों के दिलों को छूती है. फिल्म की कहानी, किरदार, एक्टर और सॉन्ग और म्यूजिक की तारीफे हुईं. फिल्म ब्लॉकबस्टर हुई, तो सबलोग खुश हुए. फिल्म को करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन ने प्रोड्यूस किया था. लेकिन फिल्म से जुड़ी एक सेट डिजाइनर ने खुलासा किया कि उनका फिल्म से जुड़ा एक्सपीरिएंस बहुत ही खराब रहा. इस डिजाइनर का नाम ऐश कैंटली है.
ऐश कैंटली एक अमेरिकन इन्फ्लुएंसर और पूर्व सेट डिज़ाइनर हैं. ऐश ने हाल ही में खुलासा किया कि ‘कल हो ना हो’ पर काम करना उनका बुरा एक्सपीरिएंस था. इसलिए उन्होंने इंडस्ट्री छोड़ दी. उन्होंने कहा, “यह इतना बुरा था कि मैंने करियर बदल लिया.” ऐश ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में उन्होंने इसे सबसे खराब नौकरी बताया.
ऐश कैंटली वीडियो में कहा,”मैंने फिल्म ‘कल हो ना हो’ के लिए काम किया, और यह इतना बुरा था कि मैंने करियर बदल लिया. मुझे उस फिल्म से इतना बुरा अनुभव हुआ कि मैंने शायद इसे भूलने की कोशिश की. सबसे पहले, मुझे $75 (लगभग ₹6,000) प्रतिदिन का भुगतान किया गया, और मैं 12 से 17 घंटे के दिनों की बात कर रही हूं. मैं एक सेट डिज़ाइनर थी, जिसका मतलब है कि मैंने ज्यादातर समय इस डाइनर को इंच दर इंच फिर से डिज़ाइन करने में बिताया.”
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