आमेर में सागर से निकलकर मंदिर में आया मगरमच्छ : कार के नीचे छुपकर बैठा था, रेस्क्यू कर नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क छोड़ा
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निराला समाज टीम जयपुर।
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जयपुर के आमेर स्थित सागर बांध से मगरमच्छ निकलकर भैरव मंदिर में पहुंच गया। लोगों की नजर जैसे ही मगरमच्छ पर पड़ी इधर-उधर भागने लगे। सूचना पर वन विभाग की टीम ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन कर मगरमच्छ को पकड़ा और नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क पर छोड़ा गया।
आमेर के सागर स्थित हर्षनाथ भैरव मंदिर में दर्शन करने पहुंचे ओमप्रकाश ने बताया- आज सुबह हम मंदिर गए। तब कार के नीचे कुछ हलचल लगी। उसे देखकर श्वान भोंकने लगे। झुककर कार के नीचे देखा तो मगरमच्छ बैठा था।
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सागर से निकल कार के नीचे आराम करता मगरमच्छ।
मगरमच्छ के चेहरे पर बोरी डालकर काबू किया मगरमच्छ कार के नीचे से निकलकर मंदिर के चौक में पहुंच गया। इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई। वन विभाग की टीम ने मौके पर आकर मगरमच्छ के चेहरे पर बोरी डालकर उसे काबू किया। वन विभाग की टीम मगरमच्छ पड़कर उसे नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क ले गई। पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लोगों में डर है कि फिर से सागर से कोई और मगरमच्छ निकलकर घरों में न पहुंच जाए।
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वन विभाग ने मगरमच्छ को रेस्क्यू कर नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में छोड़ा।
डेढ़ घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन वन विभाग के कर्मचारी शिवकिशोर ने बताया- शुक्रवार सुबह आमेर के सागर बांध के किनारे स्थित हर्षनाथ भैरव मंदिर में मगरमच्छ पहुंचने की सूचना मिली थी। इसके बाद टीम मौके पर पहुंची और मंदिर में मौजूद मगरमच्छ को रेस्क्यू करने में जुट गई। डेढ़ घंटे में मगरमच्छ को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क स्थित ओदी रामसागर में छोड़ा गया है। जहां मगरमच्छ पूरी तरह से कुशल और प्राकृतिक वातावरण के बीच पहुंच गया है।