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कंस्ट्रक्शन वर्कर बनकर उड़ाए करोड़ों, फिर ट्रस्ट से पे कराया 40 लाख का क्रेडिट कार्ड बिल, रान्‍या राव पर ED का दावा

Last Updated:May 21, 2025, 21:02 IST

Ranya Rao News: कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है. रान्या पर मनी लॉन्ड्रिंग और सोने की तस्करी का आरोप है. ईडी ने 16 ठिकानों पर छापेमारी की और कई फर्जी कंपनियों का पता लगाया.पहले 'वर्कर' बनी, फिर ट्रस्ट से पे कराया 40 लाख का बिल, रान्‍या पर ED का दावा

रान्‍या पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है. (File Photo)

हाइलाइट्स

रान्या राव पर मनी लॉन्ड्रिंग और सोने की तस्करी का आरोप.ईडी ने 16 ठिकानों पर छापेमारी की और फर्जी कंपनियों का पता लगाया.रान्या के क्रेडिट कार्ड बिल का 40 लाख रुपये का भुगतान ट्रस्ट ने किया.

नई दिल्‍ली. गोल्‍ड स्‍मगलिंग के मामले में पकड़ी गई कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है. जांच एजेंसी का दावा है कि इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग की गहरी साजिश सामने आ रही हे. प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले से जुड़े 16 ठिकानों पर छापेमारी की. जिसमें पाया गया कि रान्या राव एक बड़े अंतरराष्ट्रीय तस्करी और हवाला नेटवर्क का हिस्‍सा है. ईडी की जांच में पता चला कि रान्या राव ने हवाला ऑपरेटरों के साथ मिलकर सोने की तस्करी के लिए विदेशी मुद्रा का अवैध लेन-देन किया.

कंस्‍ट्रक्‍शन लेबर सप्लायर बताकर ली गोल्‍ड स्‍मगलिंग की पेमेंट

ईडी सूत्रों के मुताबिक कई हवाला ऑपरेटरों ने स्वीकार किया कि उन्होंने रान्या से सीधे लेन-देन किए और तस्करी का सोना जौहरियों को बेचा. यह नेटवर्क दुबई से बेंगलुरु तक फैला था, जिसमें रान्या ने बतौर कूरियर काम किया और प्रति किलो सोने पर 4-5 लाख रुपये की कमीशन ली. जांच में कई फर्जी कंपनियों का पता चला, जिन्होंने रान्या के खातों में नकली लेन-देन दिखाकर करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए. एक कंपनी ने रान्या को “कंस्ट्रक्शन लेबर सप्लायर” के रूप में दिखाकर भारी रकम दी, जबकि कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला.

एक ट्रस्‍ट ने यूं ही रॉन्‍य का 40 लाख का बिल कर दिया पे

ईडी को संदेह है कि रान्या की तीन कंपनियां रान्या राव फोटोग्राफी, आयरस ग्रीन्स, और क्षिरोदा इंडिया शेल कंपनियां हैं, जिनका इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए हुआ. एक चौंकाने वाला खुलासा यह था कि एक शैक्षणिक ट्रस्ट ने रान्या के क्रेडिट कार्ड बिल का 40 लाख रुपये का भुगतान किया. इस लेन-देन का कोई वैध बिल या दस्तावेज नहीं मिला, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग का शक गहरा गया. ईडी अब इस ट्रस्ट की फंडिंग और इसके पीछे की साजिश की जांच कर रही है.

रान्‍या के पति और पिता पर भी संदेह

जांच में भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी के बिना विदेशी मुद्रा के अवैध लेन-देन सामने आए. रान्या की दुबई स्थित कंपनी, वीरा डायमंड्स ट्रेडिंग को मनी लॉन्ड्रिंग का मोर्चा माना जा रहा है. ईडी ने कई करोड़ रुपये की अवैध कमाई को ट्रैक किया और फंड्स के स्रोत की गहन जांच जारी है. रान्या राव और उनके सहयोगी तरुण राजू को 20 मई 2025 को आर्थिक अपराध कोर्ट ने सशर्त जमानत दी, लेकिन जांच तेजी से चल रही है. रान्या के पति जतिन हुक्केरी और सौतेले पिता रामचंद्र राव भी जांच के दायरे में हैं.

authorimgSandeep Gupta

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें

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