क्राउन प्रिंस सलमान तो बड़े ‘शातिर’ निकले, पिता का जाली सिग्नेचर कर यमन में किया ऐलान-ए-जंग, मगर क्यों?
नई दिल्ली: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस तो गजब के चालबाज निकले. उन्होंने अपने पिता का फर्जी सिग्नेचर करके यमन में हुतियों के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था. अब इसका खुलासा खुद सऊदी अरब सरकार के पूर्व इंटेलिजेंस अधिकारी अल-जबरी ने किया है. उनका यह भी आरोप है कि क्राउन प्रिंस उनकी हत्या करवाना चाहते हैं.
बीबीसी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मोहम्मद बिन सलमान ने यमन के हुती विद्रोहियों के खिलाफ जमीनी हमले के लिए एक शाही फरमान जारी करवाया. इसके लिए उन्होंने शाही फरमान पर पिता यानी सऊदी के राजा का फर्जी सिग्नेचर किया था. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिका ने सऊदी अरब के केवल हवाई हमले का ही समर्थन किया था. मगर मोहम्मद बिन सलमान ने इसे नजरअंदाज कर दिया और पिता के फर्जी सिग्नेचर से यमन में जमीनी हमले को आगे बढ़ाया.
सऊदी के पूर्व इंटेलिजेंस अफसर साद अल-जबरी के मुताबिक, यमन के हूती विद्रोहियों के खिलाफ युद्ध छेड़ने वाले शाही फरमान पर क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अपने पिता के हस्ताक्षर जाली किए थे. उस वक्त क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान केवल 29 साल के थे. वह सऊदी अरब के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य कर रहे थे. उन्होंने राजा सलमान की खराब सेहत को देखते हुए यह चाल चली थी. इसकी वजह थी गद्दी पर अपना अधिकार सुनिश्चित करना. इसके लिए ही उन्होंने सऊदी अरब को युद्ध की आग में झोंक दिया था.
सऊदी के पूर्व इंटेलिजेंस अफसर साद अल-जबरी का सऊदी अरब के साथ अभी छत्तीस का आंकड़ा है. सऊदी से उन्हें निर्वासित कर दिया गया है. वह काफी समय से कनाडा में रह रहे हैं. उनका कई सालों से सऊदी अरब से विवाद चल रहा है. सऊदी अरब ने उनके दो बच्चों को जेल में बंद कर रखा है. यह आरोप ऐसे समय में आया है जब प्रिंस मोहम्मद ही सऊदी अरब के सर्वेसर्वा हैं. वह ही, अब अपने 88 वर्षीय पिता राजा सलमान की जगह दुनियाभर के नेताओं से मिलते हैं.
बीबीसी से बातचीत में साद अल-जबरी ने कहा कि सऊदी गृह मंत्रालय से जुड़े एक विश्वसनीय और भरोसेमंद अधिकारी ने उन्हें इस बात की पुष्टि की है कि प्रिंस मोहम्मद ने अपने पिता की जगह युद्ध की घोषणा करते हुए शाही फरमान पर फेक हस्ताक्षर किए थे. यह तब हुआ, जब राजा की स्थिति अच्छी नहीं थी. हालांकि, इन आरोपों पर सऊदी का अभी तक कोई जवाब नहीं आया है.
यहां गौर करने वाली बात है कि यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ मोहम्मद बिन सलमान ने यह कहकर युद्ध का ऐलान किया था कि यह जल्द ही खत्म हो जाएगा. हालांकि, करीब एक दशक बाद भी यह खत्म होने के करीब नहीं है. अब तक इस युद्ध में 1,50,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 20, 2024, 10:08 IST