Rajasthan
cultivated peas for the first time except grains, became rich in 25 to 30 days – News18 हिंदी

कालू राम जाट/दौसा. मटर सर्दियों की एक लोकप्रिय सब्जी है, जो न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है. मटर की खेती कम समय में अधिक मुनाफा देती है, जिसके कारण किसानों के बीच इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है.
बांसखों के किसान लालचंद मीणा ने इस बार अपनी 5 बीघा रेतीली जमीन में मटर की खेती की यह उनका पहला अनुभव था और उन्हें 3 लाख रुपये का मुनाफा हुआ. जब मटर पक जाती है, तो 25 से 30 दिन में ही यह फसल सिमट जाती है.
मटर की खेती के फायदे
- कम समय में तैयार होती है: मटर की फसल 50 से 60 दिनों में तैयार हो जाती है, जिससे किसानों को जल्दी मुनाफा मिल जाता है.
- अच्छी उपज: एक बीघा में 10 से 15 क्विंटल तक उपज प्राप्त हो सकती है.
- कम लागत: मटर की खेती करने पर कुल लागत 20 हजार रुपए के आसपास आती है.
- अच्छा मुनाफा: एक बीघा से 70 हजार रुपये तक का शुद्ध मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है.
- बाजार में अच्छी मांग: मटर की फलियां पकने के बाद मार्केट में अच्छे दाम में बिकती हैं.
मटर की खेती कैसे करें
- उपयुक्त समय: मटर की बुआई के लिए अक्टूबर-नवंबर माह का समय उपयुक्त होता है.
- तापमान: बीज अंकुरण के लिए औसत 22 डिग्री सेल्सियस और अच्छे विकास के लिए 10 से 18 डिग्री सेल्सियस तापमान बेहतर होता है.
- बीज: बीज हमेशा प्रमाणित और उपचारित होना चाहिए.
- खाद और उर्वरक: खूब सड़ी गोबर की खाद, नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश युक्त उर्वरक देना बेहतर रहता है.
- सिंचाई: मटर की फसल को नियमित रूप से सिंचाई की आवश्यकता होती है.
- रोग और कीट: मटर की फसल में कई रोग और कीट लग सकते हैं, जिनसे बचाव के लिए उचित उपाय करना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : February 24, 2024, 13:30 IST