Dausa Borewell Accident: खुले बोरवेल और कुएं बने मौत का खतरा, प्रशासन से कार्रवाई की मांग

Last Updated:April 28, 2025, 21:01 IST
Dausa Borewell Accident: दौसा में खुले बोरवेल और कुएं समस्या बने हैं. हाल ही में एक बच्चा गिरा, प्रशासन ने ढकने के आदेश दिए, पर बजट की कमी से काम अधूरा है. ग्रामीण जल्द कार्रवाई चाहते हैं.X
Dausa Borewell Accident
हाइलाइट्स
दौसा में खुले बोरवेल और कुएं बने जानलेवा खतरा.प्रशासनिक आदेशों के बावजूद ढकने का काम अधूरा.बजट की कमी से ग्रामीणों में आक्रोश.
दौसा: जिले में हाल ही में एक दर्दनाक घटना हुई, जब एक ढाई साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया. उसे कई दिनों की कड़ी मेहनत के बाद बाहर निकाला गया, जिससे पूरे जिले में हड़कंप मच गया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रशासन को भारी खर्च करना पड़ा और जनप्रतिनिधियों ने भी मौके पर पहुंचकर हर संभव सहायता की.
इस हादसे के बाद दौसा जिला कलेक्टर ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि जिले में जितने भी खुले कुएं और बोरवेल हैं, उन्हें तुरंत ढक दिया जाए. लेकिन अफसोस, प्रशासनिक आदेशों के बावजूद जिले के सैकड़ों कुएं और बोरवेल अब भी खुले पड़े हैं.
बजट की कमी बनी बड़ी बाधासरपंच संघ अध्यक्ष विपिन मीणा ने इस गंभीर समस्या पर चिंता जताते हुए बताया कि ग्राम पंचायतों में कुछ हद तक खुले बोरवेल और कुओं को ढकने का कार्य किया गया है, लेकिन अब पंचायतों के पास बजट की भारी कमी आ गई है. विकास कार्यों के लिए पंचायत समिति से स्वीकृतियां भी नहीं मिल रही हैं. ऐसे में प्रश्न उठता है कि जब बजट ही नहीं है, तो बाकी खुले बोरवेल और कुएं आखिर कैसे ढके जाएंगे?
लगातार हो रहे हैं हादसेग्रामीणों में इस मुद्दे को लेकर भारी आक्रोश है. उनका कहना है कि खुले कुओं और बोरवेल के चलते आए दिन दर्दनाक हादसे हो रहे हैं. होली और धुलंडी के अवसर पर सिकराय क्षेत्र के कुंडेरा गांव में एक युवक खुले कुएं में गिर गया था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी. इसी तरह तीन दिन पहले कालवान गांव में भी एक युवक कुएं में गिरने से अपनी जान गंवा बैठा.
लगातार हो रही इन घटनाओं के बावजूद प्रशासनिक सुस्ती और बजट अभाव से लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस गंभीर मुद्दे को प्राथमिकता देते हुए तत्काल खुले बोरवेल और कुओं को ढकने की ठोस कार्यवाही की जाए, ताकि और किसी परिवार को अपनों को खोने का दर्द न झेलना पड़े.
एक ग्राम पंचायत में दर्जन व से अधिक खुले कुएं ग्रामीण मनीष देशराज लोकेश मनोज ने बताया कि जिले भर की ग्राम पंचायतों की बात करें तो 1 ग्राम पंचायत के अंदर लगभग दर्जन भर से अधिक खुले कुएं और बोरवेल पड़े हुए हैं. लेकिन इन्हें कोई ढकने का नाम नहीं ले रहा है प्रत्येक ग्राम पंचायत में खुले हुए और बोरवेल है प्रशासन ने भी लीपापोती कर अब इन्हें ढकने का काम बंद कर दिया है. पहले तो कुछ दिनों कुएं ढकने का कार्य चला था लेकिन अब इन खुले कुएं को सब भूल गए हैं जबकि खुले कुएं में गिरने के हाथ से लगातार जारी है.
प्रशासन से जल्द एक्शन की मांगजनता की मांग है कि प्रशासन सिर्फ आदेश जारी करने तक सीमित न रहे, बल्कि जमीनी स्तर पर कार्यवाही सुनिश्चित कराए. खुले बोरवेल और कुएं ढकने के लिए विशेष बजट जारी कर ग्राम पंचायतों को सशक्त किया जाए और इस दिशा में एक समयबद्ध योजना बनाकर अमल किया जाए.यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो यह लापरवाही और भी बड़ी दुर्घटनाओं को जन्म दे सकती है. जनता अब कार्रवाई नहीं, नतीजे देखना चाहती है.
Location :
Dausa,Rajasthan
First Published :
April 28, 2025, 21:01 IST
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खुले बोरवेल और कुएं बने मौत का खतरा, प्रशासन के आदेशों के बाद भी नहीं ढका