Dausa Borewell Incident : हे भगवान! मैं नन्हीं जान…बचाने के लिए अंकल आ ही रहे, वाटर लेवल बढ़ेगा तो मैं जिंदा कैसे बाहर निकलूंगा
दौसा : राजस्थान में बोरवेल में गिरे बच्चे का 43 घंटे से रेस्क्यू जारी है. सोमवार दोपहर 3 बजे दौसा जिले में करीब 147 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 5 साल के मासूम का अब तक रेस्क्यू नहीं हो सका है. करीब 43 घंटे बाद भी कालीखाड़ गांव में बोरवेल के आसपास जेसीबी और एलएनटी मशीनों से खुदाई जारी है. बताया जा रहा है कि बोरवेल में वाटरलेवल बढ़ने की वजह से बचाव कार्य में परेशानी आ सकती है. 5 वर्षीय मासूम आर्यन को गिरने के बाद से पानी भी नहीं पिलाया गया. मंगलवार रात को मंत्री किरोड़ी लाल मीणा भी वहां पहुंचे. मंत्री ने रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली. उन्होंने बच्चे के सकुशल बाहर निकलने की भगवान से प्रार्थना की.
इस बीच एनडीआरएफ के बच्चे को निकालने के लिए 5 देसी जुगाड़ भी नाकाम रहे. पांचवें प्रयास में बोरवेल में अम्ब्रेला उपकरण को इंस्टॉल किया गया था. सवाई माधोपुर से हाईटेक मशीन भी घटना स्थल पर लाई गई है. इससे सुरंग बनाकर बच्चे तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी. छठे प्रयास में रिंग डालकर बच्चे को बाहर निकालने की कोशिश की गई लेकिन वह भी असफल रही.
रात 3 बजे से पाइलिंग मशीन से हो रही खुदाईपाइलिंग मशीन मंगलवार देर रात को बोरवेल के पास पहुंची थी और बोरवेल के पास में पहुंचने के बाद उसे तैयार किया गया. करीब रात में 3:00 बजे से मशीन को चालू किया गया है बोरवेल से कुछ दूरी पर ही एक बड़ी सुरंग बनाई जा रही है. मशीन के द्वारा खुदाई का कार्य शुरू कर दिया गया है करीब 50 फीट की गहराई तक मशीन के द्वारा एक गड्ढा नुमा सुरंग बनाई जा रही है.
5 वर्षीय आर्यन को बचाने के लिए बोरवेल से करीब 20 मीटर की दूरी पर मिट्टी खोदकर बड़ा गड्ढा मनाया जा रहा था जिसका कार्य मंगलवार देर रात से ही बंद है. सोमवार की शाम से गड्ढा खोदने का कार्य ट्रैक्टर और जेसीबी से शुरू हुआ था जो पूरी रात भर चला वहीं गड्ढा खोदने का कार्य मंगलवार को भी पूरे दिन भर चलता रहा.लेकिन मात्र 80 से 90 फीट की गहराई तक का ही गड्ढा खुद पाया अब गड्ढा खोदने का कार्य मंगलवार रात से बंद कर दिया गया है.
कालीखाड़ गांव में सोमवार की शाम करीब 3 बजे 5 वर्षीय मासूम आर्यन बोरवेल में खेलते समय गिर गया था, जिसके बाद से ही बचाव कार्य शुरू किया गया बचाव कार्य में एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची और तभी से एनडीआरएफ टीम के जवान लगातार प्रयास कर रहे हैं. बीती मंगलवार की रात भी एनडीआरएफ के जवानों के द्वारा कड़ाके की ठंड के बीच अपना प्रयास जारी रहा लेकिन सफलता नहीं मिली है अब पाइलिंग मशीन के माध्यम से गड्ढा बनाने का कार्य किया जा रहा है करीब 50 फीट का गड्ढा मिशन के द्वारा अब तक बना दिया गया है. वहीं एनडीआरएफ के जवान कड़ाके की ठंड के बीच भी मासूम आर्यन को बचाने का प्रयास करते रहे इसे लेकर लोग एनडीआरएफ के जवानों के कार्य को भी लोग सराहनीय बता रहे हैं.
सोमवार की रात 2 बजे के बाद नहीं है कोई हलचलसोमवार करीब 3:00 बजे आर्यन बोरवेल में गिरा था इसके बाद रात में 2 बजे तक बच्चे की हलचल सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से देखी गई थी. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि उसके बाद में बच्चे की कोई हलचल दिखाई नहीं दे रही है बार-बार में सीसीटीवी कैमरे बोरवेल में लगाए जा रहे हैं बच्चे की गतिविधि पर निगरानी रखी जा रही है लेकिन सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से कोई भी बच्चे की हलचल दिखाई नहीं दे रही है. वहीं बच्चों के पास में ऑक्सीजन भी पाइप के माध्यम से लगातार पहुंचाई जा रही है.
प्रसाशन ने जानकारी दी है कि बोरवेल में वाटरलेवल बढ़ने लगा है. वाटर लेवल का बढ़ना बचाव कार्य में बाधक हो सकता है. फिलहाल टीमें लगातार खुदाई कर रही हैं और आर्यन को बोरवेल से निकालने का प्रयास जारी है.
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FIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 10:23 IST