Rajasthan

Desert farmers learned date cultivation, date farms growing in Jaisalmer

जैसलमेर. एक समय था जब थार रेगिस्तान में बाजरे के अलावा कोई अन्य फसल उगाने की कल्पना करना भी यहां के किसानों के लिए स्वीकार्य नहीं था. लगातार अकाल और सूखे ने यहां के किसानों को खेती से हतोत्साहित ही किया है. लेकिन अब पिछले कुछ सालों से सूरत बदल रही है यहां के किसान जलवायु के अनुरूप खेती करने के नए तरीके सीख रहे है. ऐसी ही एक खेती खजूर की खेती है जो कि रेगिस्तानी भूभाग में सफल साबित हो रही है. यहां के किसान अब आमदनी भी कर रहे है. इसके लिए इन किसानों की मदद कर रहा है जैसलमेर के सगरा भोजका स्थित खजूर उत्कृष्टता केंद्र.

किसानों को खजूर की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से साल 2008 में स्थापित किए गए इस खजूर उत्कृष्टता केंद्र को राजस्थान सरकार के बागवानी विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है जहां किसानों को न सिर्फ खजूर की खेती करनी सिखाई जाती है बल्कि खजूर के पेड़ों को खरीदने पर सब्सिडी भी दी जाती है.

इजरायल से आ रहे पौधेजैसलमेर के सगरा भोजका स्थित गांव में सरकार ने 100 हेक्टेयर जमीन पर खजूर का बागान स्थापित किया है जहां इजरायल से खजूर के पौधों को लगाकर परागण की प्रक्रिया द्वारा खजूर के पौधों का निर्माण और विक्रय किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार यहां इजरायल से खलास, खादरवी, खुनेजी, बरही, मेडजूल, सगाई और घनामी आदि खजूर की किस्मों को लाया गया है. खजूर उत्कृष्टता केंद्र में कृषि अधिकारी के तौर पर कार्यरत मोहित कुमार बताते है कि ‘ये पौधे इजराइल से आयात किए गए हैं, जहां की जलवायु रेगिस्तान जैसी है. जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर की जलवायु खजूर उत्पादन के लिए उपयुक्त साबित हुई है’. कुमार बताते है कि वे ‘समय -समय पर किसानों को खजूर की खेती सिखाने के लिए राज्य सरकार के निर्देशानुसार कार्यशालाओं का भी आयोजन करते है जिसमें पूरे राज्य से किसान भाग लेते है उनका कहना है कि ये कार्यशाला निशुल्क होती है और किसानों के रहने और खाने की व्यवस्था भी उत्कृष्टता केंद्र द्वारा निशुल्क की जाती है’.

ड्रिप सिंचाई तकनीक से की जाती है खजूर की खेतीजल संकट से जूझ रहे थार क्षेत्र में सिंचाई एक बड़ी चुनौती है. कृषि अधिकारी कुमार ने कहा, ‘हम किसानों को ड्रिप सिंचाई का उपयोग करने की सलाह देते हैं और राज्य सरकार बागों में ड्रिप सिंचाई प्रणाली स्थापित करने के लिए 70 प्रतिशत की सब्सिडी भी प्रदान करती है.

Tags: Agriculture, Jaisalmer news, Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : September 7, 2024, 16:13 IST

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