बम की धमकी के बावजूद 3.30 घंटे हवा में उड़ता रहा हवाईजहाज:विस्तारा लंदन-दिल्ली फ्लाइट में मिला धमकी भरा टिश्यू पेपर; एयरपोर्ट पर फंसे रहे 5 घंटे तक पैसेंजर
निराला समाज टीम
दिल्ली में फ्लाइट को आइसोलेशन-बे में ले जाया गया, जहां सभी यात्रियों के लगेज का एक्स-रे किया गया।
लंदन से दिल्ली के लिए उड़ी विस्तारा एयरलाइन की फ्लाइट UK18 में बुधवार को बम की सूचना से हड़कंप मच गया। फ्लाइट के दिल्ली पहुंचने से करीब साढ़े 3 घंटे पहले एक यात्री ने प्लेन के टॉयलेट में धमकी भरा टिश्यू पेपर देखा। उसने क्रू मेंबर को सूचना दी। फ्लाइट को दिल्ली में लैंड कराकर आइसोलेशन-बे में ले जाया गया, जहां सभी पैसेंजर के सामान की तलाशी ली गई। हालांकि बम जैसी कोई चीज नहीं मिलने से राहत की सांस ली।
इस मामले में अहम पेंच यह भी है कि बम की सूचना वाला टिश्यू पेपर मिलने के बावजूद साढ़े 3 घंटे तक प्लेन हवा में उड़ता रहा। पुलिस ने क्रू मेंबर्स से सवाल किया कि बम की सूचना के बावजूद प्लेन को दिल्ली तक क्यों लाया गया। किसी नजदीकी देश में ही लैंडिंग की इजाजत मांगी जा सकती थी।
पुलिस के सवाल पर पायलट और क्रू मेंबर्स ने कहा कि रास्ते में फ्लाइट लैंड करवाने पर प्लेन के हाइजैक होने का खतरा था। इससे बचने के लिए फ्लाइट को सीधे दिल्ली लाया गया। फ्लाइट में करीब 300 यात्री और क्रू मेंबर सवार थे। सुरक्षा जांच के चलते पैसेंजर्स करीब 5 घंटे एयरपोर्ट पर ही फंसे रहे।
दिल्ली एयरपोर्ट पर आइसोलेशन बे में खड़ा प्लेन और लगेज की जांच की तस्वीरें
दिल्ली में लैंडिंग के बाद प्लेन को आइसोलेशन बे में ले जाया गया, जहां उसकी तलाशी ली गई।
फ्लाइट से निकालकर पैसेंजर्स का लगेज टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर न ले जाकर बाहर रनवे पर ही रखा गया।
लगेज की जांच के लिए मोबाइल एक्स-रे वैन लाई गई, ताकि संदिग्ध चीज का पता लगाया जा सके।
विस्तारा की फ्लाइट में लंदन से दिल्ली आ रहे पैसेंजरों ने बताया की बम होने की सूचना मिलने के बाद करीब साढ़े 3 घंटे का रास्ता डर और खौफ के साए में गुजरा। फ्लाइट तय समय सुबह 11.20 बजे दिल्ली पहुंच गई थी। दिल्ली एयरपोर्ट पर इसे बिलकुल कोने में खड़ा किया गया। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने प्लेन को घेर लिया।
उन्होंने बताया कि प्लेन से पहले बिजनेस क्लास पैसेंजर, फिर प्रीमियम इकोनॉमी और आखिर में इकोनॉमी क्लास के पैसेंजर्स को उतारा गया। सभी के बैगेज चेक करने के लिए मोबाइल एक्स-रे स्कैनिंग वैन बुलाई गई। सामान की चेकिंग के बाद पैसेंजर को डिपार्चर गेट नंबर 4 के पास बैठाया गया।
सुरक्षाबलों की तरफ से कहा गया कि सारी जांच होने तक किसी भी यात्री को टर्मिनल बिल्डिंग में जाने की इजाजत नहीं है। कनेक्टिंग फ्लाइट पैसेंजर्स को भी जाने की इजाजत नहीं दी गई। हालांकि एयरलाइन की तरफ से सभी यात्रियों को नाश्ता और पानी दिया गया।
दिल्ली में प्लेन से पैसेंजर्स का लगेज निकालते हुए क्रू मेंबर्स, पूरे लगेज की सुरक्षा जांच की गई।
प्लेन को जहां खड़ा किया गया है, वहां केवल सुरक्षाबल और क्रू मेंबर्स को जाने की इजाजत है।
फ्लाइट से आए किसी भी पैसेंजर को बाहर नहीं जाने दिया गया। लोग एयरस्ट्रिप के पास ही खड़े रहे।
जांच के दौरान करीब 5 घंटे एयरपोर्ट पर फंसे रहे मुसाफिर
सुरक्षाकर्मियों ने यात्रियों से उनका कैबिन बैगेज भी जांच के लिए जमा करा लिया। केबिन बैगेज को भी एयरपोर्ट के अंदर न ले जाते हुए फ्लाइट के बाहर ही चेक किया जा रहा था। केबिन बैगेज पर पहचान के लिए स्लिप नहीं होती है। यात्रियों को बताया गया कि पूरे सामान की जांच के बाद यात्रियों को दोबारा फ्लाइट के पास ले जाकर उनके लगेज की पहचान कराई जाएगी। इसके बाद उन्हें टर्मिनल के अंदर ले जाया जाएगा।
इस पूरी प्रोसेस के दौरान करीब 5 घंटे गुजर गए। फ्लाइट से करीब साढ़े 9 घंटे में लंदन से दिल्ली पहुंचे पैसेंजर्स एयरपोर्ट पर ही फंसे रहे। कई पैसेंजर्स की कनेक्टिंग फ्लाइट्स थीं, लेकिन उनके लिए किसी भी अल्टरनेट अरेंजमेंट की जानकारी नहीं दी गई है।