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Agriculture news Best Wheat Varieties for All Water Conditions

Last Updated:October 31, 2025, 12:20 IST

Wheat Farming Tips: भीलवाड़ा में हाल की बारिश से रबी सीजन की बुवाई पर असर पड़ा है, लेकिन कृषि विभाग ने किसानों को मौसम और पानी की स्थिति के अनुसार सही गेहूं की किस्में चुनने की सलाह दी है. विभाग के अनुसार, कम पानी वाले क्षेत्रों में C-306 और WH-1270 किस्में सर्वोत्तम हैं, जबकि पर्याप्त पानी वाले इलाकों में WH-1402 और WH-1142 उपयुक्त रहती हैं.

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भीलवाड़ा: जिले में हाल के दिनों से जारी बारिश ने किसानों के चेहरों पर मिश्रित असर डाला है. कुछ इलाकों में खेतों में पानी भर जाने से रबी सीजन की तैयारियों पर असर पड़ा है, वहीं दूसरी ओर कुछ क्षेत्रों में यह बारिश किसानों के लिए वरदान बनकर आई है. ऐसे में कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी भूमि और पानी की स्थिति के अनुसार उपयुक्त गेहूं की किस्में चुनें ताकि उत्पादन बेहतर मिल सके. कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक इंद्र सिंह संचेती ने बताया कि जिले के लगभग सभी बांध भरे हुए हैं, जिससे सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता काफी अच्छी है.

विशेषज्ञों ने उन किसानों के लिए C-306 किस्म की बुवाई करने की सलाह दी है, जिन्हें कम पानी या सूखी मिट्टी में खेती करनी है. इस किस्म को “देशी किस्म” के नाम से जाना जाता है. यह कम सिंचाई और विपरीत परिस्थितियों में भी अच्छी पैदावार देती है. इसके पौधे मजबूत होते हैं, दाने मोटे और गुणवत्तापूर्ण होते हैं, जो आटे के रूप में बेहतर स्वाद प्रदान करते हैं. साथ ही, WH-1270 किस्म भी उच्च तापमान और सीमित नमी की स्थिति में अच्छा प्रदर्शन करती है. विशेषज्ञों के अनुसार, यह किस्म 60–65 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन दे सकती है, जो औसत किस्मों से काफी अधिक है.

ज्यादा पानी और नमी वाली भूमि के लिए उच्च उपज वाली किस्मेंकृषि विभाग के अनुसार, WH-1402 एक उच्च उपज वाली किस्म है जो कम सिंचाई में भी बेहतर परिणाम देती है, लेकिन पर्याप्त नमी में इसका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहता है. इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है और यह झुलसा व कंडुआ जैसे रोगों से सुरक्षित रहती है. वहीं WH-1142 किस्म अनिश्चित मौसम के लिए आदर्श मानी जाती है — अधिक या कम बारिश का असर इसकी उपज पर सीमित रहता है. इसके दाने चमकीले और बाजार में ऊंचे दाम दिलाने वाले होते हैं. जिन किसानों के पास सिंचाई के भरपूर साधन उपलब्ध हैं, वे इन दोनों किस्मों को अपनाकर रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं.

जिले में रबी फसलों की बुवाई का लक्ष्यसंयुक्त निदेशक विनोद कुमार जैन ने आगामी रबी सीजन के लिए बुवाई के लक्ष्य की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिले में 3.60 लाख हेक्टेयर भूमि में रबी की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 1.80 लाख हेक्टेयर में गेहूं, 50 हजार हेक्टेयर में सरसों, 98 हजार हेक्टेयर में चना और 20 हजार हेक्टेयर में जौ बोया जाएगा. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सही किस्मों का चुनाव महत्वपूर्ण है.

किसान करें मौसम के अनुसार फसल का चयनकृषि विभाग ने किसानों को अंतिम सलाह देते हुए कहा है कि जिन क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता कम है, वे C-306 और WH-1270 जैसी किस्में अपनाएं. वहीं जिन इलाकों में सिंचाई की सुविधा अधिक है, वहां WH-1142 और WH-1402 की खेती लाभदायक रहेगी. इन संतुलित किस्मों से किसान हर परिस्थिति में मोटा, चमकदार और उच्च गुणवत्ता वाला गेहूं उत्पादन प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उनकी आमदनी में भी वृद्धि होगी.

Location :

Bhilwara,Bhilwara,Rajasthan

First Published :

October 31, 2025, 12:20 IST

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कम पानी में भी लहलहाएगा खेत, इन किस्मों से होगी गेहूं की बंपर पैदावार….

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