Dhanteras 2025 | Mahalakshmi Darshan | Dhanteras Festival Celebration | Dhanteras Darshan Updates

Last Updated:October 18, 2025, 18:04 IST
Dhanteras Kailadevi Mandir Darshan: धनतेरस के मौके पर कैलादेवी धाम में आस्था की लहर उमड़ी. हजारों भक्तों ने माता महालक्ष्मी के स्वरूप में दर्शन किए. परंपरा अनुसार मां ने सोने-चांदी से सुसज्जित लबादा धारण किया. भक्तों ने पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन के माध्यम से माता से आशीर्वाद प्राप्त किया.
करौली. धनतेरस के पावन अवसर पर उत्तर भारत के प्रसिद्ध आस्था धाम कैलादेवी मंदिर में श्रद्धा और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिला. राजस्थान के इस प्रसिद्ध शक्तिपीठ में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा. हजारों श्रद्धालु दूर-दराज के इलाकों से मां कैलादेवी के दर्शन के लिए पहुंचे और साक्षात महालक्ष्मी स्वरूप मानी जाने वाली मां के दरबार में दीपदान कर परिवार में सुख-समृद्धि और धन-धान्य की कामना की.
धनतेरस पर कैलादेवी मंदिर में हर वर्ष विशेष पूजा-अर्चना और दीपदान का आयोजन किया जाता है. इस बार भी श्रद्धालुओं ने पारंपरिक ढंग से मां के चरणों में दीप जलाकर अपनी मनोकामनाएं मांगीं.मंदिर परिसर में जय मां कैलादेवी के जयकारों से वातावरण भक्तिमय बना रहा.
धनतेरस पर उमड़ी भीड़राज्याचार्य पंडित प्रकाश चंद जती के अनुसार, कैलादेवी साक्षात महालक्ष्मी का स्वरूप हैं. प्राचीन काल से ही धनतेरस यानी धन त्रयोदशी पर मां के दर्शन करने की विशेष परंपरा रही है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन मां कैलादेवी के दर्शन करने से व्यक्ति के जीवन में कभी धन की कमी नहीं रहती और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है.यही कारण है कि धनतेरस के दिन श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहां पहुंचकर मां की आराधना करते हैं.
कलयुग में साक्षात फल देने वाली देवी हैं मां कैलादेवी पंडित जती बताते हैं कि मां कैलादेवी कलयुग में साक्षात फल देने वाली देवी हैं. वे भक्तों की हर मनोकामना को पूर्ण करती हैं. धनतेरस के दिन जो भी श्रद्धालु मां के दर्शन करता है, उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और घर-परिवार में खुशहाली आती है. इसी वजह से इस दिन कैलादेवी मंदिर में भक्तों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना अधिक रहती है.
धनतेरस पर मां को पहनाया गया लबादाकैलादेवी मंदिर में सैकड़ों वर्षों से चली आ रही परंपरा के तहत धन त्रयोदशी पर मां को विशेष लबादा धारण कराया जाता है. यह लबादा सोने-चांदी के बारीक धागों से सजाया गया होता है. पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मां का श्रृंगार किया और विशेष पूजा संपन्न कराई.
Jagriti Dubey
With more than 6 years above of experience in Digital Media Journalism. Currently I am working as a Content Editor at News 18. Here, I am covering lifestyle, health, beauty, fashion, religion, career, politica…और पढ़ें
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Karauli,Rajasthan
First Published :
October 18, 2025, 18:04 IST
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आस्था का टूटा रिकॉर्ड…धनतेरस पर कैलादेवी मंदिर में भक्तों का महाकुंभ