Dharma miraculous idol of lord hanumal villagers get a signal before theft farmers special faith

जयपुर. हिंदू धर्म में देवी-देवताओं के चमत्कार का का वर्णन मौजूद है. आज भी इन्हीं स्वरूप में देवी- देवताओं की पूजा होती आ रही है. मंदिर में रखी मूर्ति को सजीव मूर्ति मानकर ही पूजा की जाती है. ऐसी ही एक मूर्ति जयपुर ग्रामीण के सुखालपुरा गांव में स्थित भर्हतरी धाम में बने हनुमान जी का मंदिर स्थापित है. मूर्ति को लेकर मान्यता है कि यह मूर्ति बेहद चमत्कारिक है. यह मूर्ति चोरों से गांव की रक्षा करती है. इसके अलावा यह किसानों के लिए वरदान है.
गांव में कुछ भी अनहोनी या चोरी होने से पहले ही मंदिर में सूचना मिल जाती है. यहां मध्यम आकार की हनुमान जी की मूर्ति सिंदूर चढ़ाई हुई है. पूर्व दिशा की तरफ मुख वाली यह चमत्कारी मूर्ति मानी जाती है. भक्त प्रभु दयाल ने लोकल 18 को बताया कि सुखालपुरा रोड़ पर बने इस मंदिर को लेकर तरह-तरह की मान्यताएं हैं. हनुमान जी की मूर्ति को पवित्र और चमत्कारी माना जाता है. मंगलवार व शनिवार को बड़ी संख्या में भक्त यहां पर आते हैं.
भर्तहरी धाम में स्थित है हनुमान मंदिर
जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के सुखालपुरा क्षेत्र में बने भर्तहरी धाम में रमणीय वाटिका बनी हुई है. धाम परिसर में एक महान संत का मंदिर है. यहां भक्तों के लिए बरामदा भी बनाया गया है, जहां भक्त जागरण व कीर्तन करते हैं. पवित्र संत भर्तहरी मंदिर के समीप ही चमत्कारिक हनुमान मंदिर स्थित है. मंदिर के चारो ओर फर्श बिछाया गया है. मंदिर की मूर्ति बेहद आकर्षक और भव्य प्रतीत होती है.
किसानों की इस मंदिर से जुड़ी है विशेष आस्था
जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सुखालपुरा भर्हतरी धाम में बने हनुमान जी के मंदिर में रखी मूर्ति को बेहद चमत्कारिक मानी जाती है. ट्यूबवेल या कुआं की खुदाई से पहले मीठे पानी की जानकारी के लिए अक्सर किसान यहां आते हैं और मीठे पानी की लिए अरदास करते हैं. वही गांव में अनहोनी नहीं हो, इसीलिए गांव वाले इस मंदिर में आकर हनुमान जी की मूर्ति के आगे प्रार्थना करते हैं. ऐसी मान्यता है कि गांव में चोरी होने से पहले ही मंदिर में स्थापित हनुमान जी की मूर्ति कुछ संकेत देती है, जिससे गांव वाले सावधान हो जाते हैं. क्षेत्र में हनुमान जी की मूर्ति को लेकर कई मान्यताएं है. यहां मंगलवार को पूरे दिन जागरण कीर्तन चलते हैं, जिसमें शामिल होने के लिए दूर-दराज से भक्त आते हैं. इस दिन सिंदूर रूपी हनुमान जी का दर्शन करना शुभ माना जाता है.
भभूत लगाने पर ठीक हो जाते हैं बीमार पशु
भक्त प्रभु लाल ने लोकल 18 को बताता है कि पशु के बीमार पड़ने पर किसान हनुमान जी के मंदिर से भभूत लेकर जाते हैं और चमत्कारी रूप से बीमार पशु ठीक हो जाते हैं. इस मूर्ति को किसानों के लिए वरदान कहां गया है. यहा अजमेर, अलवर, नागौर, सीकर, पाली, चित्तौड़गढ़, जयपुर, कोटा सहित अन्य जगहों से भी भक्त आते हैं. अलवर भर्तहरी धाम के महत्व के साथ ही हनुमान जी की भी पूजा-आराधना की जाती है. यहां सबसे ज्यादा किसान आते हैं. यहां कई प्रकार के रोगियों का भी इलाज होता है. नौकरी के लिए तैयारी कर रहे युवक भी यहां अरदास लगाकर मन्नत मांगते हैं.
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FIRST PUBLISHED : November 1, 2024, 15:56 IST
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