Diesel Crosses RS 100 In Rajasthan – राजस्थान के इन जिलों में डीजल 100 पार, माल भाड़ा भड़का तो पड़ेगी भारी मार

कोरोना जनित हालात के बीच राज्य में पेट्रोल के साथ अब डीजल भी ताव खा रहा है। छह जिलों में डीजल के दाम 100 रुपए प्रति लीटर पार हो गए हैं।
जयपुर। कोरोना जनित हालात के बीच राज्य में पेट्रोल के साथ अब डीजल भी ताव खा रहा है। छह जिलों में डीजल के दाम 100 रुपए प्रति लीटर पार हो गए हैं। इसकी मार तो आमजन पर पड़ ही रही है, अब माल भाड़ा भड़कने और अन्य चीजों पर महंगाई का बम जल्द फूटने के आसार बढ़ गए हैं।
कोरोना की दूसरी लहर के बीच पिछली 25 मई को पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर पार हुआ था। अब 6 जिलों में डीजल भी 100 रुपए प्रति लीटर पार पहुंच गया है। जानकारों का कहना है कि अब परिवहन, खाद्य वस्तुओं और सब्जियों पर इसका असर बढऩे के आसार हैं।
इन जिलों में डीजल 100 पार
जिला —— दाम रुपए प्रति लीटर
श्रीगंगानगर —— 102.43
हनुमानगढ़ —— 101.83
जैसलमेर —— 100.70
चूरू —— 100.10
सिरोही —— 100.05
बाड़मेर —— 100.02
(जिलों के बीच दाम का यह अन्तर परिवहन खर्च के कारण है)
जयपुर में डीजल 98.35, पेट्रोल 105.62 रुपए प्रति लीटर
तेल कम्पनियों ने मंगलवार को 16वीं बार दाम बढ़ाते हुए डीजल 30 पैसे, पेट्रोल 36 पैसे और महंगा कर दिया। इससे जयपुर में डीजल 98.37 और पेट्रोल 105.62 रुपए प्रति लीटर हो गया है।
दाम वृद्धि: जून में कब कितने पैसे बढ़े
तारीख —— पेट्रोल —— डीजल
1 जून —— 27 —— 25
4 जून —— 29 —— 30
6 जून —— 28 —— 31
7 जून —— 29 —— 29
9 जून —— 26 —— 27
11 जून —— 30 —— 30
12 जून —— 28 —— 25
14 जून —— 30 —— 32
16 जून —— 26 —— 14
18 जून —— 28 —— 31
20 जून —— 30 —— 30
22 जून —— 29 —— 28
24 जून —— 28 —— 07
26 जून —— 36 —— 38
29 जून —— 30 —— 30
पेट्रोल-डीजल पर केंद्र और राज्य के करों की ताजा गणना
मद —— डीजल —— पेट्रोल
बेस प्राइज —— 38.05 —— 36.74
सेंट्रल एक्साइज —— 35.78 —— 36.88
स्टेट वैट —— 20.38 —— 26.99
रोड सेस —— 1.75 —— 1.50
टीसीएस —— 0.06 —— 0.06
डीलर कमीशन —— 2.35 —— 3.45
कुल —— 98.37 —— 105.62
(राशि रुपए में)
आप पर यह असर
– पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण आवगमन महंगा हुआ है। पहले पेट्रोल कार से ऑफिस जाने पर जिस व्यक्ति का खर्च हर माह 1600 से 1800 रुपए आता था, अब यह खर्च 2700 से 2800 तक पहुंच गया है।
– महंगे पेट्रोल-डीजल का असर पहले मालभाड़े पर, फिर आम जरूरत की वस्तुओं पर पड़ता है। ट्रकों का मालभाड़ा बढ़ते ही खाद्य तेलों से लेकर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स आइटम्स तक सभी महंगे होते हैं।
– डीजल 70 रुपए लीटर था तब खाद्य तेल 100 रुपए प्रति लीटर थे, जो अब बढ़कर 155 रुपए तक पहुंच गए हैं। भाड़ा बढऩे से सेब, आम, केला आदि फलों के दाम बढ़े हैं।
– डीजल इंजन से सिंचाई का खर्च पिछले साल 100 से 120 रुपए प्रतिघंटा तक था, जो अब 150 रुपए पार हो गया है। हालांकि बिजली सुविधा का विस्तार हो रहा है लेकिन अब भी कई जगह डीजल से सिंचाई हो रही है।
(फोर्टी के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल के अनुसार)
पेट्रोल-डीजल के दामों में राहत तब ही मिल सकती है, जब केन्द्र सरकार एक्साइज डयूटी घटाए और राज्य सरकार वैट कम करे।
– कार्तिकेय गौड़, महासचिव, फैडरेशन ऑफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स ऑफ राजस्थान