जालौर में त्योहारों पर ‘दिलखुश चक्की’ बनी पहली पसंद, ये मिठाई 20 दिनों तक नहीं होती खराब

सोनाली भाटी/ जालौर: जैसे ही जालौर में त्योहारों का मौसम आता है, मिठाई की दुकानों पर रौनक बढ़ जाती है. भीनमाल बायपास रोड पर स्थित “मारवाड़ मिठाई वाला” की दिलखुश चक्की इन दिनों लोगों की पहली पसंद बन गई है, जो अपने नाम के साथ ही स्वाद से भी सबके दिलों को खुशी से भर देती है.
शुद्धता और पारंपरिक स्वाद का अद्वितीय मेलदुकान के हलवाई अर्जुन सिंह बताते हैं कि दिलखुश चक्की को बनाने में शुद्धता और पारंपरिक स्वाद का विशेष ध्यान रखा जाता है. इस चक्की में बेसन, खोया, शक्कर, और शुद्ध देसी घी का प्रयोग किया जाता है. पहले बेसन में घी मिलाकर छोटी-छोटी मुट्ठियाँ बनाई जाती हैं, जिन्हें घी में तलकर पीस लिया जाता है. इसके बाद खोया मिलाकर धीमी आंच पर भूनने के बाद शक्कर मिलाई जाती है, फिर इसे ट्रे में जमाकर चांदी का वर्क और ड्राई फ्रूट्स से सजाया जाता है. इस विधि से बनाई गई चक्की त्योहारी दिनों में हर रसोई की शान बन चुकी है.
दिलखुश चक्की की बढ़ती लोकप्रियता दुकान के मैनेजर ललित राजपुरोहित ने बताया कि दुकान को खुले अभी सिर्फ एक साल छह महीने हुए हैं, पर इतने कम समय में ही दिलखुश चक्की ने जालौरवासियों के दिल में खास जगह बना ली है. हर दिन लगभग 15-20 किलो दिलखुश चक्की बिकती है और त्योहारों के दौरान यह संख्या कई गुना बढ़ जाती है. इसकी खासियत यह है कि यह मिठाई 15-20 दिनों तक खराब नहीं होती, जिससे लोग इसे अपने दूर-दराज के रिश्तेदारों को भी भेजने के लिए खरीदते हैं.
त्योहारों का हिस्सा बन चुकी है दिलखुश चक्कीजालौर में दशहरा, दीपावली और अन्य त्योहारों के अवसर पर दिलखुश चक्की की खुशबू हर ओर बसी रहती है. शहर के मिठाई प्रेमियों के बीच यह मिठाई खास पहचान बना चुकी है और अब यह त्योहारों की एक विशेष मिठाई बन चुकी है.
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FIRST PUBLISHED : October 27, 2024, 15:27 IST