Diwali 2025 : दीपावली पर खुशियां या खतरा? डॉक्टर बोले- पटाखे जलाने से पहले ये 5 बातें याद रखें!

Last Updated:October 20, 2025, 14:04 IST
Diwali Safety Tips: जोधपुर में दीपावली पर डॉक्टर दिलीप कच्छवाहा ने पटाखे जलाने की सुरक्षा, कपड़ों के चयन और हादसे की स्थिति में जरूरी कदमों की सलाह दी है, ताकि त्योहार सुरक्षित रहे.
ख़बरें फटाफट
जोधपुर. दीपावली का त्योहार सिर्फ रोशनी और मिठास का नहीं, बल्कि सावधानी और जिम्मेदारी का भी प्रतीक है. इस दिन हर गली, हर घर जगमगाता है, लेकिन छोटी-छोटी लापरवाहियां खुशियों को हादसों में बदल सकती हैं. पटाखे हमेशा खुली जगह पर जलाएं और बच्चों की निगरानी जरूर रखें. इस खुशी भरे त्योहार में जरा सी चूक भारी न पड़ जाए, इसके लिए जोधपुर के वरिष्ठ चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दिलीप कच्छवाहा ने पटाखे जलाते समय बरती जाने वाली जरूरी सावधानियों की जानकारी दी है.
डॉक्टर दिलीप कच्छवाहा का कहना है कि दीपावली के दौरान पटाखे जलाते समय हमेशा शरीर से दूरी बनाए रखें. पटाखों को उसी तरीके से चलाएं, जैसे वे बनाए गए हैं. रॉकेट को कभी हाथ में लेकर न चलाएं और अनार को भी हाथ में पकड़कर न जलाएं. बम जैसे पटाखों को बड़ी दूरी से और पूरी सावधानी के साथ जलाना चाहिए. डॉक्टर कच्छवाहा का कहना है कि हादसे अक्सर जल्दबाजी या लापरवाही के कारण होते हैं, इसलिए बच्चों को कभी अकेले पटाखे न जलाने दें और हमेशा बड़ों की निगरानी में ही आतिशबाज़ी करें.
कपड़ों का चयन भी सुरक्षा से जुड़ा हैपटाखे जलाते समय कपड़ों का चयन भी उतना ही महत्वपूर्ण है. डॉक्टर कच्छवाहा बताते हैं कि पटाखे जलाते समय हमेशा सूती कपड़े पहनें. नायलॉन या सिंथेटिक कपड़े जल्दी आग पकड़ते हैं, जिससे हादसे की संभावना बढ़ जाती है. कपड़े न ज्यादा टाइट हों और न बहुत ढीले, बल्कि ठीक फिटिंग वाले हों. साथ ही, लंबे बालों को बांध लें और शरीर के खुले हिस्सों को यथासंभव ढक कर रखें. यह छोटी-सी सावधानी बड़ी दुर्घटनाओं से बचा सकती है.
अगर हादसा हो जाए तो क्या करेंअगर किसी कारण कपड़ों में आग लग जाए या पटाखे से जलन हो जाए तो घबराएं नहीं. डॉक्टर कच्छवाहा सलाह देते हैं कि तुरंत आग को किसी मोटे कपड़े या कंबल से ढक दें. मिट्टी डालने या हाथ से आग बुझाने की कोशिश न करें. आग बुझने के बाद जले हुए हिस्से को ठंडे पानी में डुबोएं और कुछ देर तक ठंडक दें. घाव पर सीधे बर्फ या क्रीम न लगाएं. अगर जलन अधिक है तो तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचें. छोटी सी लापरवाही बड़ा नुकसान कर सकती है, इसलिए समय पर चिकित्सा लेना बेहद जरूरी है.
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल… और पढ़ें
Location :
Jodhpur,Rajasthan
First Published :
October 20, 2025, 14:04 IST
homerajasthan
दीवाली पर खुशियां या खतरा? डॉक्टर बोले- पटाखे जलाने से पहले ये 5 बातें याद रखे