इस सब्जी के बिना पूर्ण नहीं है दिवाली पर्व, बेडौल जरूर पर गुणों का है महाराजा, पेट से लेकर हार्ट तक पर करता है जानदार असर

Jimikand health benefits: दिवाली में एक सब्जी का इस्तेमाल किया जाता है. परंपरागत तरीके से दिवाली के दिन ओल या सूरन या जिमीकंद की सब्जी बनाई जाती है. दिवाली के दिन इस सब्जी के बिना दिवाली को पूर्ण नहीं माना जाता है.चूंकि यह सब्जी खाने में तीता लगता है. इसलिए खास अवसरों पर ही लोग इस सब्जी का सेवन करते हैं. लेकिन ओल या सूरन गुणों का महाराजा है. अगर कुछ दिनों पर भी रेगुलर जिमीकंद का सेवन किया जाए तो इससे सेहत चकाचक रह सकता है. सबसे पहले तो यह पाचन तंत्र को बुलंद कर देता है. इसके बाद यह हार्ट से लेकर ब्रेन तक के लिए फायदेमंद होता है. इसलिए बेशक जिमीकंद देखने में बेडौल लगता है लेकिन यह गुणों का महाराजा है.जिमीकंद में मौजूद पोषक तत्वइंडियन एक्सप्रेस की खबर में चीफ डायटीशियन डॉ. सुषमा पीएस बताती हैं कि जिमीकंद में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं. जिमीकंद में आपको एक साथ फैट, प्रोटीन, डायट्री फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम, सेलेनियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम और कई तरह के फायटोन्यूट्रेंट्स होते हैं. इन सबके अलावा इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड और कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं.
जिमीकंद खाने के फायदे
1. महिलाओं के लिए फायदेमंद-जिमीकंद का सेवन करने से महिलाओं को विशेष फायदा मिलता है. यह महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन को बढ़ाता है जिससे महिलाओं में हार्मोनल बैलेंस रहता है. ओल में विटामिन बी 6 भी होता है जो महिलाओं में प्री-मैंन्स्ट्रुअल सिंड्रोम को कम करता है.
हार्ट को मजबूत बनाता है-ओल में हार्ट को मजबूत बनाने वाले सारे तत्व मौजूद है. इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम के साथ-साथ ओमेगा 3 फैटी एसिड भी होता है. ये सारे तत्व धमनियों में कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने नहीं देता. इससे ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहता है.
पाचन तंत्र को मजबूत-ओल में डायट्री फाइबर सबस अधिक होता है. ओल खाने के बाद आपका पेट अगले ही दिन साफ हो जाएगा. इसमें मौजूद तत्व आंत की लाइनिंग को स्मूथ करता है. अगर आपको पेट संबंधी परेशानियां हैं तो सर्दी में इसका कभी-कभी सेवन कर लीजिए. इससे गैस, बदहजमी, ब्लोटिंग, कॉन्स्टिपेशन जैसी समस्या खत्म हो सकती है. वहीं एसिडिटी और पेट दर्द की समस्या को भी सुलझा सकता.
शुगर को कंट्रोल करता-जिमीकंद का सेवन करने से शुगर लेवल नीचे आ जाता है. इसमें डायट्री फाइबर शुगर को देर तक एब्जॉर्व नहीं होने देता है. इसलिए डायबिटीज के मरीजों को ओल खाने की सलाह दी जाती है.
पाइल्स का उपचार-डॉक्टरों का कहना है कि ओल का सेवन करने से पाइल्स या बवासीर की बीमारी भी ठीक हो सकती है. इसमें स्टूल का कंटेंट सॉफ्ट बनता है जिसके कारण प्रेशर में दिक्कत नहीं होती और पाइल्स का दर्द ठीक रहता है.
कुछ नुकसान भी
डॉ. सुषमा का कहना है कि ओल की तासीर गर्म होती है इसलिए इसे गर्मी में खाने की सलाह नहीं दी जाती है. वहीं ओल का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए. ओल को जब तक अच्छी तरह पका न लें तब तक इसे न खाएं क्योंकि कच्चे ओल में कैल्शियम ऑक्सीलेट क्रिस्टल होता है मुंह और गले में इरीटेशन पैदा करता है. इसलिए ओल को पहले ब्यॉल कर दिया जाता है उसके बाद इसे विभिन्न तरह की चीजें बनाई जाती है. जिन लोगों को किडनी की समस्या है उन्हें डॉक्टरों की सलाह से ही ओल क सेवन करना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : October 15, 2024, 17:29 IST