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Diwali Special Story : लकड़ी के सांचों में ढलकर तैयार होती है यह मिठाई, इसके बिना अधूरा रहता है लक्ष्मी पूजन

Last Updated:October 14, 2025, 14:56 IST

Bharatpur News Hindi : भरतपुर में दीपावली की रौनक सिर्फ दीयों से नहीं, बल्कि पारंपरिक खिलौना मिठाई से भी जुड़ी है. चीनी से बनी ये रंग-बिरंगी मिठाइयां बच्चों को खुश करती हैं और पूजा थाल में माता लक्ष्मी के लिए सजाई जाती हैं. पीढ़ी दर पीढ़ी चली यह कला, दीपावली और लक्ष्मी पूजन की परंपरा को आज भी जीवंत बनाए रखती है.

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भरतपुर : दीपावली का त्यौहार आते ही बाजारों में रौनक बढ़ जाती है और घरों में सजावट की तैयारियां शुरू हो जाती हैं. लेकिन भरतपुर की दीपावली की खास पहचान है यहां बनने वाली पारंपरिक खिलौना मिठाई जिसके बिना लक्ष्मी पूजन अधूरा माना जाता है. यह अनोखी मिठाई न केवल स्वाद में खास होती है. बल्कि अपनी कलात्मक सुंदरता के कारण दीपावली पर काफी खास होती है.

यह खास मिठाई पूरी तरह चीनी से तैयार की जाती है. स्थानीय कारीगर इसे लकड़ी के विशेष सांचों में ढालकर विभिन्न आकृतियों में बनाते हैं. इसमें घोड़े, मोर, चिड़िया, फूल, हाथी, गणेश-लक्ष्मी जैसे देवी-देवताओं की सुंदर प्रतिमाएं तैयार की जाती हैं. इन आकृतियों को देखने पर विश्वास ही नहीं होता कि ये पूरी तरह चीनी से बनी हैं. हर साल दीपावली से कुछ दिन पहले ही कारीगर इन मिठाइयों को बनाने में जुट जाते हैं.

भरतपुर में दीपावली की खास मिठाईखिलौना मिठाई तैयार करने की प्रक्रिया भी बेहद रोचक होती है, पहले चीनी को पानी में घोलकर गाढ़ा घोल तैयार किया जाता है. फिर इसे गर्म कर एक खास तापमान तक पहुंचाया जाता है. इसके बाद इस गाढ़े घोल को लकड़ी के सांचों में डालकर आकृति दी जाती है. ठंडा होने पर ये आकृतियां सख्त और चमकदार रूप ले लेती हैं. फिर इन्हें रंग-बिरंगे रंगों से सजाया जाता है. ताकि ये देखने में और भी आकर्षक लगें. दीपावली से पहले भरतपुर के बाजारों में खिलौना मिठाई की बिक्री जोर पकड़ लेती है.

खिलौना मिठाई: परंपरा और खुशी का संगमखासतौर पर बच्चे इन मिठाइयों को खिलौनों की तरफ देखकर खुश हो जाते हैं. वहीं महिलाएं इन्हें लक्ष्मी पूजन में सजाने के लिए खरीदती हैं. स्थानीय कारीगरों का कहना है कि खिलौना मिठाई बनाना एक पारंपरिक कला है. जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है. दीपावली के अलावा यह मिठाई साल में किसी अन्य मौके पर नहीं बनाई जाती. यही कारण है कि इसका महत्व और भी बढ़ जाता है.

लक्ष्मी पूजन में रंग-बिरंगे मिठाई का महत्वदीपावली के दिनों में जब घर-घर में दीप जलते हैं और माता लक्ष्मी की आराधना होती है. तब यह चीनी से बनी सुंदर मिठाई पूजा थाल में सजाकर समर्पित की जाती है. भरतपुर में आज भी लोग मानते हैं कि खिलौना मिठाई के बिना दीपावली और लक्ष्मी पूजन अधूरी है. यही परंपरा इस मिठाई को आज भी जीवंत बनाए हुए है.

Rupesh Kumar Jaiswal

रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन…और पढ़ें

रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन… और पढ़ें

Location :

Bharatpur,Rajasthan

First Published :

October 14, 2025, 14:56 IST

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भरतपुर की दीपावली की खास मिठाई, बच्चों और पूजा थाल की रौनक का राज

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