सर्दियों में होने वाली इस बीमारी को हल्के में न लें, वरना हो सकती है गंभीर, डॉक्टर से जानें लक्षण और बचाव

दिल्ली/अंजलि सिंह राजपूत : इन दिनों पूरे देशभर में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. सर्दियां शुरू होते ही सबसे ज्यादा असर हमारी त्वचा पर पड़ता है. त्वचा का रुखा होना या बालों में डैंड्रफ होना आम बात है, लेकिन इसके साथ ही त्वचा से जुड़ी हुई एक और बीमारी तेजी से बढ़ती है, जिसको लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं, जिसके बाद ही यह बीमारी विकराल रूप ले लेती है. इस बीमारी में सर्दियां शुरू होते ही लोगों के हाथ और पैर की उंगलियां सूज जाती हैं. लाल रंग की हो जाती हैं और उसमें खुजली बहुत होती है. बहुत लोग इस बीमारी में सोचते हैं कि आग के सामने बैठने से या गर्म सिकाई करने से यह ठीक हो जाएगी, लेकिन ऐसा करना आपकी तकलीफ और बढ़ा सकता है. इस बीमारी का नाम है चिलब्लेन बीमारी, जो ज्यादातर बच्चों के साथ ही 30 साल के ऊपर के युवा और बड़े बुजुर्गों में देखी जाती है. आखिर इस बीमारी के कितने मरीज बढ़ गए हैं और कैसे करें इससे बचाव यही जानने के लिए जब दिल्ली एनसीआर के मशहूर मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमित वर्मा से बात की, तो उन्होंने बताया कि सर्दियां शुरू होते ही उनके पास रुखी त्वचा और डैंड्रफ की शिकायत वाले मरीज आ रहे हैं लेकिन अब उनकी ओपीडी में रोज दो से तीन मरीज चिलब्लेन की दिक्कत लेकर आ रहे हैं.
ज्यादा आग तापने से होता है चिलब्लेन
डॉ. अमित वर्मा ने बताया कि चिलब्लेन एक ऐसी बीमारी है, जो सर्दियों में ज्यादा आग तापने से होती है. जब लोगों को सर्दी लगती है, तब लोग सर्दी से बचने के लिए कई कई घंटे तक हीटर, ब्लोअर या अंगीठी के सामने बैठे रहते हैं. जिस वजह से स्किन की ब्लड वेसल्स खुल जाती हैं और खून लीक होने लगता है. इसके बाद उंगलियों में सूजन या खुजली होनी जैसी शिकायतें होने लगती हैं.
चिलब्लेन के लक्षण और बचाव
उन्होंने बताया कि इस बीमारी में उंगलियां सूज जाती हैं. लाल रंग की हो जाती हैं और उसमें बहुत खुजली होती है. ऐसे में कोशिश करें कि इन्हें आग के सामने बिल्कुल भी न लेकर जाएं. हीटर या ब्लोअर से दूर रखें. गर्म पानी से सिकाई करें और अपने शरीर पर अच्छे से कपड़े पहनें. खास तौर पर बच्चों और बड़े बुजुर्गों का बहुत ख्याल रखें. इस बीमारी में बार-बार खुजली भी नहीं करना है, क्योंकि कई बार जब लोग इस बीमारी में आग के सामने बैठते हैं या हीटर-ब्लोअर से इसकी सिकाई कर देते हैं तो यह फ़्रॉस्टबाइट जैसी गंभीर बीमारी में तब्दील हो जाती है. जिसमें त्वचा का रंग बदल जाता है. ऐसे में सर्दियों से जितना हो सके अपने और अपनों का ख्याल रखें.
त्वचा को बचाएगी ये डाइट
उन्होंने बताया कि सर्दियों में त्वचा को बचाने के लिए अपनी डाइट को भी बदल दें. हरी पत्तियों और फलों का सेवन करें. फल ऐसे जिसमें रस ज्यादा हो. ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं और विटामिन-सी का सेवन ज्यादा करें. ऐसा करने से त्वचा संबंधित कोई भी रोग नहीं होगा.
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FIRST PUBLISHED : January 2, 2025, 08:30 IST