Dped#MPed#Bped Students #protest – सरकार ने दिया शारीरिक शिक्षक भर्ती का लॉलीपॉप

कोविड काल के कारण बंद पड़ी भर्तियों की प्रक्रिया अब सरकार ने शुरू करने का निर्णय लिया है और 29 हजार नई भर्ती का खाका तैयार कर पद विभाजन की प्रक्रिया पूरी कर ली है लेकिन इस प्रक्रि या में शारीरिक शिक्षकों को भर्ती का लॉलीपॉप पकड़ा दिया गया है जिससे नाराज डीपीएड, बीपीएड और एमपीएड धारी युवा धरने पर बैठे गए हैं। शहीद

धरने पर डीपीएड, बीपीएड और एमपीएड धारी
जरूरत सात हजार की,घोषणा केवल 922 की
65000 स्कूलों में 23700 पद स्वीकृत
इनमें से भी सात हजार पद रिक्त
जयपुर।
कोविड काल के कारण बंद पड़ी भर्तियों की प्रक्रिया अब सरकार ने शुरू करने का निर्णय लिया है और 29 हजार नई भर्ती का खाका तैयार कर पद विभाजन की प्रक्रिया पूरी कर ली है लेकिन इस प्रक्रि या में शारीरिक शिक्षकों को भर्ती का लॉलीपॉप पकड़ा दिया गया है जिससे नाराज डीपीएड, बीपीएड और एमपीएड धारी युवा धरने पर बैठे गए हैं। शहीद स्मारक पर चल रहे बेरोजगार युवाओं के धरने में अब डीपीएड, बीपीएड और एमपीएड धारी भी शामिल हो गए हैं। उनका कहना है कि सरकार ने उनके साथ धोखा किया है। प्रदेश के स्कूलों में पदों की स्वीकृति के मुताबिक न्यूनतम सात हजार शिक्षकों की जरूरी है लेकिन सरकार ने केवल 922 पदों पर भर्ती किए जाने की घोषणा की है यानी 461 सैकेंड ग्रेड और 461 थर्ड ग्रेड शिक्षक। इन योग्यताधारियों का कहना है कि सरकार ने बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों के साथ में बहुत बड़ा धोखा किया है इनकी मांग थी कि 6500 रिक्त पदों पर भर्ती निकाली जाए लेकिन सरकार ने खुश करने की गोली दे दी।
45 हजार स्कूलों में शारीरिक शिक्षक नहीं
गौरतलब है कि प्रदेश मेे 64 हजार सरकारी स्कूल हैं इनमें से 45 हजार स्कूल ऐसी हैं जिनमें एक भी शारीरिक शिक्षक नहीं ह। वह भी तब जबकि वह तब जबकि सरकार खेलों को बढ़ावा दे रही है, खेलों को लेकर नई नई घोषणा कर रही है। खिलाडिय़ों को आउट ऑफ टर्न नियुक्ति दी जा रही है और ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन हो रहा है। धरने पर बैठे योग्यताधारी बेरोजगार युवक पिछले आठ साल से सेकेंड ग्रेड शारीरिक शिक्षक, तीन साल से थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे हैं और तो और पिछले 35 साल में फस्र्ट ग्रेड के एक भी शारीरिक शिक्षक की भर्ती नहीं की गई है।
यह कैसा नियम
राज्य सरकार के नियमों के मुताबिक प्रदेश के ऐसे सरकाररी स्कूल जिसमें विद्यार्थियों की संख्या 120 होगी वहीं पर शारीरिक शिक्षकों लगाए जाएंगे लेकिन यदि विद्यार्थियों की संख्या 119 है तो वहां शारीरिक शिक्षकों को नियुक्ति नहीं दी जाएगी,यानी एक विद्यार्थी कम होने से उस स्कूल के विद्यार्थियों को खेलों में आगे बढ़ाने वाला कोई नहीं होगा। सरकार के इस नियम का भी यह योग्यताधारी युवा बेरोजगार विरोध कर रहे हैं। इनका कहना है कि क्या 119 विद्यार्थी नहीं चाहते कि उन्हे भी खेल में बढ़ावा दिया जाए। जबकि शारीरिक शिक्षक ही बच्चों का सर्वागीण विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
यह है इन योग्यताधारियों की मांग
इन योग्यताधारियों की मांग है कि जब 45000 स्कूलों में शारीरिक शिक्षक ही नहीं है तो सरकार 6500 रिक्त पदों पर भर्ती क्यों नहीं निकाल रही। सरकार को फस्र्ट ग्रेड,सैकेंड और थर्ड ग्रेड के शारीरिक शिक्षकों की विज्ञप्ति जल्द जारी करनी चाहिए।
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यह है पदों की स्थिति
पीटीआई फस्र्ट ग्रेड
स्वीकृत: 285, कार्यरत: 38, खाली पद: 247
पीटीआई सैकेंड ग्रेड
स्वीकृत :4268, कार्यरत: 2421, खाली पद:1847
पीटीआई थर्ड ग्रेड
स्वीकृत: 19150, कार्यरत: 16150, खाली पद :3000