Dr. Jat Is Not A Person But Thought: Rathod – डॉ. जाट व्यक्ति नहीं विचार: राठौड़

‘ग्रामीण सशक्तिकरण: सामाजिक अंकेक्षण एवं जवाबदेही’ ई व्याख्यान

जयपुर, 9 अगस्त
प्रो. सांवरलाल जाट की चतुर्थ पुण्यतिथि पर ‘ग्रामीण सशक्तिकरण: सामाजिक अंकेक्षण एवं जवाबदेही’ विषय पर ई-व्याख्यान का आयोजन राजस्थान विश्वविद्यालय के सेमिनार हॉल में किया गया। विवि के लेखाशास्त्र और व्यावसायिक सांख्यिकी विभाग की ओर से इसका आयोजन किया गया। ई -व्याख्यानमाला के मुख्य अतिथि उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ थे जबकि मुख्य वक्ता के रूप में अलवर के पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह यादव और गोविंद गुरु विश्वविद्यालय गोधरा गुजरात के कुलपति प्रोफेसर प्रताप सिंह चौहान शामिल हुए। विशिष्ट आमंत्रित विशेषज्ञ वीएमओयू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आरएल गोदारा व मत्स्य विश्वविद्यालय अलवर के कुलपति प्रोफेसर जेपी यादव ने शिरकत की। ई-व्याख्यान की अध्यक्षता राजस्थान विवि के कुलपति प्रो. राजीव जैन ने की। मुख्य अतिथि राजेंद्र राठौड़ ने स्वर्गीय सांवरलाल जाट के साथ बिताए हुए समय के बारे में चर्चा की उनके ग्रामीण क्षेत्र से जुड़ाव के बारे में बहुत विस्तार से बताया। उनका कहला था कि सांवरलाल जाट भले ही हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन वह एक व्यक्ति नहीं वह एक विचार बन चुके हैं। स्वर्गीय सांवरलाल जाट की पुत्री डॉ.सुमन ने भी ई-व्याख्यान में अपने विचार रखे और अपने पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस व्याख्यान माला में बहुत सारे शोधार्थियों व बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।