E-Bike Model: उदयपुर के चीनू ने कबाड़ से बनाया ई-बाइक, पेट्रोल वाली गाड़ी भी फेल, मात्र 1 यूनिट बिजली में 100 किलोमीटर का सफर

Agency: Rajasthan
Last Updated:February 22, 2025, 12:20 IST
E-Bike Model: उदयपुर के सुखेर निवासी चीनू ने अपने जुगाड़ू दिमाग का कमाल दिखते हुए कबाड़ से ही बाइक बना डाला. रफ्तार और एवरेज के मामले में पेट्रोल वाली गाड़ी से भी काफी बेहतर साबित हुआ है. मात्र 1 यूनिट बिजली में य…और पढ़ेंX
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“उदयपुर के चीनू की अनोखी ई-बाइक, कबाड़ से बनाई और एक यूनिट में चले 100 किमी”
हाइलाइट्स
उदयपुर के चीनू ने कबाड़ से अनोखी ई-बाइक बनाई.ई-बाइक 1 यूनिट बिजली में 100 किमी चलती है.चीनू का अगला सपना ई-कार बनाने का है.
उदयपुर. कहते हैं, जुनून और मेहनत से कुछ भी संभव है. उदयपुर के सुखेर निवासी चंद्रशेखर लोहार उर्फ चीनू ने इसे सच कर दिखाया है. कबाड़ से जोड़कर उन्होंने एक अनोखी ई-बाइक बनाई है, जो सिर्फ 1 यूनिट बिजली में 100 किलोमीटर तक चलती है. इसे बनाने में चीनू को महज 6 महीने लगे और अब वे इसके पेटेंट की प्रक्रिया में हैं.
प्रेरणा और संघर्ष की कहानी मूल रूप से भीलवाड़ा के छोटे से गांव के रहने वाले चीनू को बचपन से ही कुछ नया करने की ललक थी. वे प्रेमा नंद महाराज के मोटिवेशनल वीडियो देखकर प्रेरित हुए और ठान लिया कि वे खुद की बनाई हुई ई-बाइक तैयार करेंगे. उन्होंने बाजार में मिलने वाली ई-बाइक्स का अध्ययन किया और अपने सीमित संसाधनों में ही एक सस्ती और ज्यादा माइलेज देने वाली ई-बाइक बनाने में जुट गए.
पिता को बेटे पर गर्व चीनू के पिता माधो सिंह लोहार, जो पेशे से बढ़ई हैं, ने हमेशा उनका समर्थन किया. वे गर्व से कहते हैं, ‘मुझे मेरे बेटे पर गर्व है. उसने जब कबाड़ से बाइक बनाने की बात कही तो मैंने उसे पूरा समर्थन दिया। आज उसकी मेहनत रंग लाई है.’
फतेहसागर पर ई-बाइक बनी आकर्षण का केंद्र चीनू अपनी बनाई हुई ई-बाइक लेकर फतेहसागर पहुंचे, जहां लोगों की नजरें उनकी अनोखी बाइक पर टिक गईं. कई लोगों ने इसे चलाकर देखा और इसकी तकनीक को बेहतरीन बताया. एक स्थानीय युवक ने कहा, ‘यह कमाल की बाइक है. अगर ऐसी बाइक्स बाजार में आएं तो पेट्रोल की खपत काफी कम हो जाएगी.’
भविष्य में ई-कार बनाने का सपना चीनू यहीं नहीं रुकना चाहते. उनका अगला सपना एक ई-कार बनाने का है, जो कम खर्चे में ज्यादा माइलेज दे. वे कहते हैं, ‘मेरा लक्ष्य पर्यावरण के अनुकूल और सस्ते वाहन बनाना है. फिलहाल, मेरा ध्यान बाइक के पेटेंट पर है, उसके बाद ई-कार प्रोजेक्ट पर काम करूंगा.’
सपनों को मिल सकता है बड़ा मंच चीनू की इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है. यदि उन्हें सही मंच और संसाधन मिले, तो वे भविष्य में और भी बड़े आविष्कार कर सकते हैं.
Location :
Udaipur,Rajasthan
First Published :
February 22, 2025, 12:20 IST
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कर दिया कमाल, कबाड़ से बना दिया ई-बाइक, पेट्रोल वाली गाड़ी से ज्यादा का माईलेज