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ELECTRICITY DISTRIBUTION CORPORATION FIRST GAS INSULATED SUB STATION – Rajasthan First sub-station रिमोट से संचालित होगा पहला गैस इन्सूलेटेड सब-स्टेशन

चांदपोल के जनाना अस्पताल में प्रदेश में विद्युत वितरण निगमों (Electricity Distribution Corporations) का पहला गैस इन्सूलेटेड 33/11 केवी सब-स्टेशन (First gas insulated sub-station) बनकर तैयार हो गया है। ऊर्जा मंत्री डॉ बी.डी.कल्ला शनिवार को उसका लोकार्पण करेंगे। इससे चांदपोल के आसपास के क्षेत्र के करीब 5000 उपभोक्ता लाभान्वित होंगे। यह सब स्टेशन रिमोट से संचालित होगा।

Rajasthan First sub-station रिमोट से संचालित होगा पहला गैस इन्सूलेटेड सब-स्टेशन

– जयपुर जनाना अस्पताल में प्रदेश का पहला गैस इन्सूलेटेड 33 केवी सब-स्टेशन तैयार
– ऊर्जा मंत्री बी.डी. कल्ला कल करेंगे लोकार्पण

जयपुर। चांदपोल के जनाना अस्पताल में प्रदेश में विद्युत वितरण निगमों (Electricity Distribution Corporations) का पहला गैस इन्सूलेटेड 33/11 केवी सब-स्टेशन (First gas insulated sub-station) बनकर तैयार हो गया है। ऊर्जा मंत्री डॉ बी.डी.कल्ला शनिवार को उसका लोकार्पण करेंगे। इससे चांदपोल के आसपास के क्षेत्र के करीब 5000 उपभोक्ता लाभान्वित होंगे। यह सब स्टेशन रिमोट से संचालित होगा।

जयपुर डिस्काॅम के प्रबन्ध निदेषक नवीन अरोड़ा ने बताया कि नई तकनीक से निर्मित गैस इन्सूलेटेड आधारित 33/11 केवी सब-स्टेष्ठानन जनाना अस्पताल का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। इस सब-स्टेषन की अनुमानित लागत 8 करोड़ रूपये आई है। इससे चांदपोल के आसपास के क्षेत्र के करीब 5000 उपभोक्ता
लाभान्वित होंगें। इससे क्षेत्र के उपभोक्ताओं को निर्बाध रूप से
विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी। यह सब-स्टेषन रिमोट संचालित होगा। इसकी कमीशनिंग रिमोट से ही की जाएगी। इस नई तकनीक का सिस्टम स्काॅडा सक्षम है और इसे दूर से केन्द्रीय नियंत्रण कक्ष से भी संचालित किया जा सकता है।

शहर में 4 जगहों पर बन रहे ऐसे स्टेशन
उन्होंने बताया कि भारत सरकार की आईपीडीएस योजना के तहत पोषित नई तकनीक से गैस इन्सूलेटेड आधारित 33/11 केवी के 4 सब-स्टेषन जयपुर शहर में रामगंज, महेश नगर के पास भगवती नगर, मीना का नाड़ा व जनाना अस्पताल में बनाये जा रहे है। इन चार में से जनाना अस्पताल स्थित सब-स्टेषन का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है।

सघन आबादी क्षेत्र में उपयोगिता

अरोड़ा ने बताया कि इस नई तकनीक से निर्मित होने वाले 33/11 केवी सब-स्टेषनों के निर्माण की उपयोगिता सघन आबादी क्षेत्रों में होती है। इन क्षेत्रों ने जगह की कमी होती है।

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