परीक्षा सफलता टिप्स: Harleen Chaddha की सलाह से बढ़ाएं तैयारी और रिज़ल्ट

Last Updated:December 11, 2025, 09:13 IST
Kota: शिक्षा के क्षेत्र में 25 साल का अनुभव रखने वाली वरिष्ठ शिक्षिका हरलीन चड्ढा ने छात्रों के लिए समय प्रबंधन, एनसीईआरटी पर फोकस, शॉर्ट नोट्स, पिछले पेपर हल करने और हेल्दी लाइफस्टाइल के टिप्स दिए. उन्होंने कहा कि कंसिस्टेंसी और पॉजिटिव थिंकिंग से हर स्टूडेंट परीक्षा में सफलता पा सकता है.
Kota News: शिक्षा के क्षेत्र में 25 वर्षों का अनुभव रखने वाली वरिष्ठ शिक्षिका हरलीन चड्ढा ने छात्रों के लिए कुछ बेहद जरूरी एग्ज़ाम टिप्स साझा किए हैं, जो उनकी प्रिपरेशन को आसान और इफेक्टिव बना सकते हैं. परीक्षा का समय हर स्टूडेंट के लिए काफी चैलेंजिंग होता है, इसलिए सही गाइडेंस और स्मार्ट स्ट्रैटेजी बहुत जरूरी हो जाती है. हरलीन चड्ढा का कहना है कि टाइम मैनेजमेंट ही सक्सेस की सबसे पहली की है.
हरलीन चड्ढा का कहना है कि टाइम मैनेजमेंट परीक्षा में सफलता की पहली कुंजी है. बिना प्लानिंग के पढ़ाई करने से सिर्फ स्ट्रेस बढ़ता है. छात्रों को डेली स्टडी शेड्यूल बनाना चाहिए. जिसमें हर सब्जेक्ट को सही समय दिया जाए. कठिन विषयों को फ्रेश माइंड में पढ़ना ज्यादा इफेक्टिव रहता है. साथ ही छोटे-छोटे ब्रेक लेना भी जरूरी है ताकि माइंड रिफ्रेश और फोकस बना रहे.
डेली शेड्यूल: छात्रों को डेली स्टडी शेड्यूल बनाना चाहिए, जिसमें हर सब्जेक्ट को सही समय दिया जाए.
कठिन विषय: कठिन विषयों को फ्रेश माइंड में पढ़ना ज्यादा इफेक्टिव रहता है.
छोटे ब्रेक: छोटे-छोटे ब्रेक लेना भी जरूरी है, ताकि माइंड रिफ्रेश रहे और फोकस बना रहे.
एनसीईआरटी बुक्स पर विशेष फोकस
बोर्ड एग्ज़ाम और कई कॉम्पिटिटिव एग्ज़ाम में ज़्यादातर क्वेश्चन एनसीईआरटी से ही पूछे जाते हैं. इसलिए कॉन्सेप्ट क्लियर करने के लिए एनसीईआरटी बुक्स सबसे बेस्ट रिसोर्स मानी जाती हैं.
गहन अध्ययन: हर चैप्टर को लाइन बाय लाइन पढ़ना और इंपॉर्टेंट पॉइंट्स को हाइलाइट करना जरूरी है.
प्रैक्टिस: एनसीईआरटी की एक्सरसाइज़ की प्रैक्टिस से स्टूडेंट्स का कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है.
संक्षिप्त नोट्स (शॉर्ट नोट्स) से स्टडी करें
लंबे-लंबे चैप्टर बार-बार पढ़ना बोरिंग और थकाने वाला हो सकता है. ऐसे में शॉर्ट नोट्स बहुत हेल्पफुल साबित होते हैं.
कन्साइस फॉर्म: हर टॉपिक के की-पॉइंट्स, फॉर्मूला और डेफिनेशन को कन्साइस फॉर्म में लिखना चाहिए.
रिविजन टूल: ये नोट्स लास्ट मोमेंट रिविजन के लिए बेस्ट टूल होते हैं. हरलीन मैडम का मानना है कि सेल्फ-मेड नोट्स ज्यादा इफेक्टिव होते हैं.
पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करें
पिछले वर्षों के क्वेश्चन पेपर सॉल्व करने से एग्ज़ाम पैटर्न, इंपॉर्टेंट टॉपिक्स और डिफिकल्टी लेवल का आइडिया मिलता है.
नियमित अभ्यास: छात्रों को कम से कम पिछले पांच सालों के पेपर जरूर सॉल्व करने चाहिए.
समय सीमा: ये पेपर प्रॉपर टाइम लिमिट के साथ हल करने चाहिए, ताकि रियल एग्ज़ाम जैसी प्रैक्टिस हो सके और टाइम मैनेजमेंट में सुधार हो.
स्वस्थ जीवनशैली (हेल्दी लाइफस्टाइल) अपनाएं
अच्छी हेल्थ ही अच्छी परफॉर्मेंस की फाउंडेशन होती है.
बुनियादी आवश्यकताएं: प्रॉपर स्लीप, बैलेंस्ड डाइट, हल्का एक्सरसाइज और पॉजिटिव माइंडसेट पढ़ाई के लिए बेहद जरूरी हैं.
डिस्ट्रैक्शन से बचाव: लेट नाइट स्टडी से बचना चाहिए और मोबाइल/सोशल मीडिया का लिमिटेड यूज़ करना जरूरी है, ताकि डिस्ट्रैक्शन कम हो और फोकस बना रहे.
हरलीन चड्ढा का संदेश:
कंसिस्टेंसी, डिसिप्लिन और पॉजिटिव थिंकिंग से हर स्टूडेंट अपने गोल्स अचीव कर सकता है. एग्ज़ाम ज़िंदगी का एक पड़ाव है, पूरी ज़िंदगी नहीं. सही स्ट्रैटेजी के साथ की गई स्मार्ट प्रिपरेशन से सफलता जरूर मिलती है.
Location :
Kota,Kota,Rajasthan
First Published :
December 11, 2025, 09:11 IST
homecareer
टाइम मैनेजमेंट से कैसे बढ़ाएं एग्जाम परफॉर्मेंस? बस फॉलो करें अनुभवी…



