दिवाली में आतिशबाजी के दौरान 13 साल के बच्चे की जेब में फटा विस्फोटक, परिवार में छाया मातम
रविन्द्र कुमार/झुंझुनूं: जिले के सूरजगढ़ कस्बे के वार्ड नंबर 14, राजपूत कॉलोनी में एक 13 वर्षीय बच्चे हिमांशु ने पटाखे चलाने के लिए गंधक और पोटाश का मिश्रण तैयार किया. उसने इस मिश्रण को एक कांच की बोतल में डालकर अपनी जेब में रखा था. दुर्भाग्यवश, उसकी जेब में रखी कांच की बोतल फट गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे पहले सूरजगढ़, फिर झुंझुनूं और अंत में जयपुर रैफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. इस घटना के कारण बच्चे के परिवार पर दीपावली से पहले दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, क्योंकि 21 दिन बाद उसकी बहन की शादी है.
घटना के समय की जानकारीजानकारी के अनुसार, सूरजगढ़ के वार्ड नंबर 18 का निवासी हिमांशु सोमवार को मार्केट से गंधक और पोटाश खरीदकर लाया था. उसने दोनों सामग्रियों को मिलाकर पटाखे बजाने के लिए मसाला तैयार किया और उसे कांच की बोतल में भरकर अपनी जेब में रखा. जब वह लोहे के बने पटाखे चलाने के औजार ‘दमखल’ से पटाखे चला रहा था, उसी दौरान दमखल की चोट जेब में रखी कांच की बोतल पर लगी, जिससे तेज धमाके के साथ हिमांशु का पैर बुरी तरह जख्मी हो गया.
परिवार की दुखद कहानीहिमांशु की मां, रेखा ने बताया कि हिमांशु ने उससे 100 रुपये लिए थे, यह कहकर कि वह जूस पीकर चॉकलेट लेकर आएगा. पैसे देने के बाद रेखा और उसकी बहन पिलानी चली गईं. हिमांशु ने घर लौटकर 50 रुपये का पोटाश और 50 रुपये का गंधक खरीदा और उसे मिक्सी में पीसकर एक कांच की बोतल में भर दिया. उसकी बहन ने उसे इस कार्य से रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना. इसके बाद यह भयानक हादसा घटित हुआ.
विशेषज्ञों की सलाहपटाखे चलाने के मामले में डॉ. संदीप पचार ने चेतावनी दी कि बच्चों को खुले में पटाखे चलाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और न ही उन्हें पटाखे बनाने की सामग्री दी जानी चाहिए. यदि कोई घटना होती है, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में दिखाना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : November 2, 2024, 16:22 IST