Facebook And Ray Ban Launch Camera Glasses – फेसबुक ने रे-बैन के साथ लॉन्च किया कैमरे वाला चश्मा, आपको पता भी नहीं चलेगा और खिंच जाएगी फोटो

facebook and ray ban उठे निजता पर सवाल

– सामने वाले को पता भी नहीं चलेगा और शूट हो जाएंगे फोटोज और वीडियोज
जयपुर। आज के समय में लगभग हर दिन वीडियो वायरल करने की धमकियां देकर ब्लैकमेलिंग के मामले सामने आ रहे हैं। राजधानी जयपुर में भी आए दिन ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां अश्लील वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल किया गया। युवतियों का शोषण किया गया या फिर लोगों को फंसाया गया। अब ऐसे हालातों के बीच अगर कोई ऐसा चश्मा आ जाए, जिससे सामने वाले को बिना बताए ही फोटोज और वीडियोज बना लिए जाएं तो ऐसे में सवाल उठना लाजमी है। साफ है कि कैमरे वाला चश्मा ऐसी गतिविधियों को और बढ़ा सकता है। कुछ ऐसे ही सवाल इन दिनों सोशल मीडिया पर उठ रहे हैं। दरअसल, फेसबुक ने रे-बैन के साथ मिलकर हाल ही में कैमरे वाला चश्मा लॉन्च किया है। इस चश्मे के दोनों डंडों पर पांच मेगापिक्सल का कैमरा लगा है। एेसे में इससे फोटोज खींचना और वीडियो बनाना आसान है। इतना ही नहीं चश्मे पर लगा कैमरा कम रोशनी में भी अच्छी तस्वीरें-वीडियो लेने में सक्षम है। कैमरे के साथ ही इसमें स्पीकर्स भी लगे हैं, जो आपकी बातें भी रेकॉर्ड करता है। इसका उपयोग भी बेहद आसान है, यह अंगुली के वन टेप यानी एक बार छूने पर ही शुरू हो जाता है। हालांकि इसका वजन सामान्य चश्मे से थोड़ा ज्यादा है। इसे चार्ज होने में लगभग 6 घंटे का समय लगता है। इस चश्मे की कीमत 299 यूएस डॉलर तय की गई है। इसे बीस कलर्स में लॉन्च किया गया है। फिलहाल इसकी बिक्री अमरीका के साथ ही ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, इटली और ब्रिटेन में शुरू की गई है।
ऐसे तो बढ़ जाएगी ब्लैकमेलिंग
इस चश्में के उपयोग पर अब प्राइवेसी को लेकर सवाल उठ रहे हैं। जानकारों का कहना है कि कंपनी ने पूरी तरह से प्राइवेसी को सामने नहीं रखा है। रे-बैन स्टोरीज सीरीज के इस चश्में का दुरुपयोग होने का डर अब लोगों को सता रहा है। लोगों का कहना है कि कैमरे वाले चश्में का उपयोग लोगों के लिए गलत हो सकता है। आप किसी का फोटो और वीडियोज उसे बिना बताए खींच सकते हैं, जो उसकी निजता का नुकसान है। इसका उपयोग लोगों को बदनाम और ब्लैकमेल करने के लिए किया जा सकता है।
ऐसे करता है काम
बताया जा रहा है कि इस चश्में से लिए गए फोटोज और वीडियोज उपयोगकर्ता के आईओएस या एंड्रॉइड फोन पर एक विशेष ऐप ‘व्यू Ó के जरिए एकत्रित होते हैं। यह एेप ब्लूटूथ से जरिए चश्में से जुड़ता है। हालांकि इस व्यू ऐप को लॉग इन करने के लिए एक फेसबुक अकाउंट की आवश्यकता होती है। दावा किया जा रहा है कि वीडियो और तस्वीरें फोन में ही रहती हैं, यह फेसबुक के सर्वर या क्लाउड में नहीं भेजी जाती हैं।