Fact Check: क्या सच में नागपुर में हिन्दुओं ने मुसलमानों के बहिष्कार का संकल्प लिया? वायरल हो रहे वीडियो की हकीकत जानकर रह जाएंगे दंग

Last Updated:March 27, 2025, 01:26 IST
नागपुर में 17 मार्च 2025 को हिंसा के बीच वायरल वीडियो दिल्ली के गाजीपुर में रोहित गुर्जर की हत्या पर न्याय की मांग का है, ना कि मुसलमानों के बहिष्कार का. दावा भ्रामक है.
नागपुर में मुसलमानों के बहिष्कार करने का दावा झूठा निकला.
17 मार्च 2025 को हिंदू संगठनों ने महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान गणेशपेठ और आस-पास के इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी. इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है ( यहां , यहां और यहां ) जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति भीड़ को संबोधित करते हुए उनसे दोस्ती और व्यापार में मुसलमानों का बहिष्कार करने का आग्रह करता हुआ दिखाई दे रहा है. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि यह नागपुर में मुसलमानों के सामूहिक बहिष्कार को दर्शाता है. आइए इस लेख के माध्यम से पोस्ट में किए गए दावे की पुष्टि करें.
वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर पता चला कि 1:34 मिनट पर एक व्यक्ति दिल्ली के गाजीपुर में महापंचायत का जिक्र कर रहा है. क्लिप में करीब 2:30 मिनट पर एक और व्यक्ति कहता है कि इसका मुख्य उद्देश्य रोहित गुर्जर की हत्या के मामले में न्याय दिलाना है.
हमने गाजीपुर में रोहित गुर्जर की हत्या के मामले पर एक Google कीवर्ड सर्च किया और कई रिपोर्टें पाईं ( यहां , यहां , यहां और यहां ). इन रिपोर्टों के अनुसार, रोहित गुर्जर (उर्फ रोहित चावड़ा) की 09 मार्च 2025 को देर रात पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. आरोप है कि एक कार में सवार 4-5 हमलावरों ने उसे NH-24 पर फूल मंडी के पास रोका और गोलीबारी की. पुलिस ने मामले के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नाजिम और तालिब के रूप में हुई है. डीसीपी ईस्ट दिल्ली, अभिषेक धानिया ने कहा कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि मकसद वित्तीय विवाद था. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वर्तमान में यूपी पुलिस की हिरासत में एक अन्य संदिग्ध, संदेह के घेरे में है, और उसकी भूमिका उसकी गिरफ्तारी के बाद निर्धारित की जाएगी.
इसके बाद हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स का रिवर्स इमेज सर्च किया, जो हमें संजीव भाटी ( @sanjeev.bhati.9659 ) के फेसबुक प्रोफाइल पर 16 मार्च 2025 को लाइव स्ट्रीम किया गया एक लंबा वर्जन ( आर्काइव ) मिला – 17 मार्च को नागपुर में हुई हिंसा से एक दिन पहले. पोस्ट के कैप्शन में कहा गया है कि रोहित गुर्जर की दिल्ली में 09 मार्च 2025 को हत्या कर दी गई और पुलिस की निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए दावा किया कि चार मुख्य आरोपी हिरासत में नहीं हैं. इसने समुदाय के सदस्यों से रोहित के लिए न्याय मांगने के लिए 23 मार्च 2025 को गाजीपुर में इकट्ठा होने का आह्वान भी किया. साफ है कि वायरल वीडियो पूर्वी दिल्ली में एक हत्या के मामले को लेकर आयोजित प्रदर्शन का है, ना कि नागपुर में मुसलमानों के सामूहिक बहिष्कार की शपथ लेने का है.
दावा: वीडियो में हाल ही में हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद नागपुर में हिंदुओं द्वारा मुसलमानों के सामूहिक बहिष्कार की शपथ लेते हुए दिखाया गया है.
तथ्य : वायरल वीडियो में रोहित गुर्जर के लिए न्याय की मांग को लेकर एक सभा को दिखाया गया है, जिसकी हत्या 09 मार्च 2025 को पूर्वी दिल्ली में गोली मारकर की गई थी. वीडियो में वक्ताओं ने हत्या के मामले का जिक्र किया, आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और 23 मार्च 2025 को दिल्ली के गाजीपुर में महापंचायत का आह्वान किया. वीडियो में एक वक्ता मुसलमानों के बहिष्कार की बात करता है. यह वीडियो 17 मार्च को नागपुर में हुई हिंसा से एक दिन पहले यानी 16 मार्च 2025 को शूट किया गया था और इसका नागपुर में हुई हिंसा से कोई संबंध नहीं है. इसलिए, पोस्ट में किया गया दावा भ्रामक है .
This story was originally published by factly.in, and translated by hindi..com as part of the Shakti Collective.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
March 27, 2025, 01:26 IST
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क्या सच में नागपुर में मुसलमानों के बहिष्कार का संकल्प लिया, जानें हकीकत