Health

Fake cough syrup available in the market can damage kidney liver keep these 10 things in mind before buying syrup

हाइलाइट्स

बाजार में नकली कफ सिरप भी मिल रहा है, उसकी पहचान करना जरूरी है.
कफ सिरप पर लगे बारकोड को स्‍कैन करके सिरप की पूरी जानकारी ली जा सकती है.

खांसी होने पर आप भी कफ सिरप को रामबाण इलाज मानकर पीते होंगे. अक्‍सर बिना डॉक्‍टर की सलाह के ही खुद बाजार से सिरप खरीदकर लाए होंगे और अन्‍य लोगों को भी सलाह के रूप में 4-6 सिरपों के नाम बता दिए होंगे लेकिन जरूरी बात ये है कि जो सिरप आप बाजार के किसी कैमिस्‍ट से खरीदकर ला रहे हैं वह असली है या नकली? क्‍या इसकी पहचान आपने कर ली है? अगर नहीं तो ध्‍यान रहे कि बाजार में नकली कफ सिरप भी मिल रहा है और यह खांसी में फायदा पहुंचाना तो दूर आपके कीमती अंगों किडनी और लिवर को भी डैमेज कर सकता है.

बता दें कि हाल ही में हरियाणा के पलवल में नकली कफ सिरप के कारखाने का भंडाफोड हुआ है. स्‍टेट नारकोटिक्स ब्यूरो ने विंग्‍स कंपनी के ओनरेक्‍स की नकली कफ सिरप से भरी बोतलें बरामद की हैं. इन बोतलों में बैन हो चुका कोडीन फॉस्‍फेट मिलाया जा रहा था जो लिवर और किडनी के लिए जहर है. ऐसे में आगे से कफ सिरप खरीदने से पहले अगर आप दिल्‍ली सफदरजंग अस्‍पताल के रेस्पिरेटरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. नीरज गुप्‍ता और ऑल इंडिया कैमिस्‍ट एंड ड्रगिस्‍ट एंड डिस्‍ट्रीब्‍यूटर्स फेडरेशन के अध्‍यक्ष कैलाश गुप्‍ता की सलाह मानेंगे तो फायदे में रहेंगे.

. बिना प्रिस्क्रिप्‍शन के न खरीदें सिरप- कोई भी खांसी का सिरप डॉ. के प्रिस्क्रिप्‍शन के बाद ही लें. किसी से भी पूछकर खांसी का सिरप न खरीदें. डॉ. आपकी अन्‍य बीमारियां जानने के बाद ही सही दवा लिखता है. कई बार कुछ ऐसी बीमारियां होती हैं जिनमें कुछ ऐसे खांसी के सिरप होते हैं जिन्‍हें न पीने की सलाह दी जाती है. जैसे आंख का ग्‍लूकोमा, कई प्रकार की एलर्जी, दमा या अस्‍थमा के मरीजों के लिए ऐसे सिरप लेना नुकसानदायक हो सकता है. हालांकि ये कॉशन उन सिरपों पर लिखा होता है.

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.क्‍यूआर कोड देखें- ध्‍यान रहे कि असली दवाओं पर क्‍यूआर या यूनिक कोड प्रिंट रहता है. अगर आपको संदेह लग रहा है तो आप इस कोड को मोबाइल फोन से स्कैन कर दवा की मैन्युफैक्चरिंग डेट, लोकेशन और पूरी सप्लाई चेन की जानकारी हासिल कर सकते हैं. अगर सिरप के कवर या सिरप पर यह कोड नहीं है तो वह भी नकली हो सकती है. नियमों के अनुसार 100 रुपये ज्‍यादा कीमत वाली दवाओं पर बारकोड लगाना होता है.

. सिरप की सील और डेट्स जांचें- बाजार से कफ सिरप खरीदने से पहले उसकी मेन्‍यूफैक्‍चरिंग डेट्स और एक्‍सपायरी डेट जरूर जांच लें. कई बार नकली दवा भरकर बेचने वाले सिरप के ऊपर के डिस्क्रिप्‍शन को नहीं बदलते हैं, इससे सही-गलत का पता आसानी से चल सकता है. इसके साथ ही सिरप की सील भी चेक करें कि वह ठीक है कि नहीं.

. खांसी में न मिले आराम तो डॉ. के पास ले जाएं सिरप- अगर आपने बाजार से कफ सिरप खरीदा है और कई दिन पीने के बाद भी आराम नहीं लग रहा है तो आप इसे एक बार ले जाकर अपने डॉ. को भी दिखा सकते हैं. डॉक्‍टर देखकर उसके असली और नकली होने का अनुमान लगा सकते हैं या फिर प्रिस्क्रिप्‍शन में सिरप बदल सकते हैं.

. नींद ज्‍यादा आए तो हो जाएं सावधान- आमतौर पर कफ सिरप पीने के बाद आराम लगता है और नींद सी भी आती है क्‍योंकि इसमें एल्‍कोहॉल होता है लेकिन हर बार ही दवा पीने के बाद नींद आ रही है और ज्‍यादा आ रही है तो यह और भी कुछ हो सकता है. चक्‍कर आएं तो भी सावधान हो जाएं और सिरप पीना बंद कर दें.

. उल्‍टी-दस्‍त या पेट-दर्द हो तो इस्‍तेमाल कर दें बंद- अगर आपको पहले सिर्फ खांसी है लेकिन खांसी की दवा पीने के बाद पेट दर्द, उल्‍टी या दस्‍त भी होने लगे हैं तो यह नकली दवा का असर हो सकता है. दवा का इस्‍तेमाल तत्‍काल बंद कर दें, यह आपकी किडनी और लिवर पर असर डाल सकता है.

.6 महीने से छोटे बच्‍चों को न दें सिरप- 6 महीने से छोटे बच्‍चों को खांसी का सिरप नहीं दिया जाता बल्कि उनके लिए ड्रॉप्‍स होती हैं. ड्रॉप्‍स में साल्‍ट, दवा या जो भी चीजें मिलाई जाती हैं वे बच्‍चों के हिसाब से होती हैं ऐसे में अगर आप खांसी होने पर छोटे बच्‍चों को बड़ों वाली कफ सिरप पिला देते हैं तो यह नुकसानदेह हो सकता है.

. अधिकतम 3 दिन पीएं खांसी का सिरप- डॉ. कहते हैं कि खांसी का सिरप अधिकतम तीन दिन इस्‍तेमाल करें. अगर खांसी बंद नहीं हो रही या जरा भी आराम नहीं आ रहा तो सिरप नकली हो सकता है. इस सिरप को फिर न पीएं.

. एक्‍सपायरी डेट नजदीक वाला सिरप न लें- अगर किसी कफ सिरप की एक्‍सपायरी डेट 10-15 दिन बाद ही है तो उस सिरप को न लें. नई मैन्‍यूफैक्‍चरिंग डेट वाला सिरप खरीदें.

.सिरप का रंग बदला दिखे- अगर आप पहले उसी सिरप को ले चुके हैं, जिसे दूसरी बार खरीद रहे हैं लेकिन उसका रंग बदला हुआ दिख रहा है तो उसे न खरीदें. वह मिलावटी या नकली हो सकता है.

Tags: Lifestyle, Trending, Trending news

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