Rajasthan

परिवार ने मानविक-हर्षिता की याद में हेलमेट जागरूकता बढ़ाई

Last Updated:November 24, 2025, 14:27 IST

उदयपुर के बलीचा में 9 नवंबर को हुआ सड़क हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं था, बल्कि एक परिवार की खुशियों का अंत साबित हुआ. चार साल के मासूम मानविक की मौत और दो दिन बाद उसकी मां हर्षिता के भी दुनिया छोड़ जाने से पूरा परिवार टूट गया. बाहरवें के दिन माहौल मातम से भरा था, लेकिन इसी गम के बीच परिवार ने समाज के लिए जागरूकता की लौ जलाई. प्रकाश श्रीमाली ने सभी परिजनों को हेलमेट पहनाकर संकल्प दिलाया कि अब बिना हेलमेट वाहन नहीं चलाया जाएगा.

उदयपुर. गोवर्धन विलास क्षेत्र के बलीचा में 9 नवंबर को हुआ सड़क हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं था. वह एक परिवार की खुशियों का अंत और समाज के लिए एक गहरा सवाल बनकर सामने आया. चंद पलों में 4 वर्षीय मासूम मानविक की सांसें थम गई,  मां की गोद, घर की रौनक, हंसी–ठिठोली सब एक झटके में खत्म हो गया. मानविक की मां हर्षिता श्रीमाली भी ज़िंदगी से लड़ती रही, लेकिन 11 नवंबर को उन्होंने भी दुनिया को अलविदा कह दिया. पीछे रह गए टूटे सपने, बिखरा परिवार और एक ऐसा दर्द जिसे शब्दों में बयान कर पाना आसान नहीं था.

हर्षिता और मानविक के बाहरवें के दिन माहौल में मातम था, रिश्तेदारों की आंखें नम थी और हर ओर सन्नाटा पसरा था. लेकिन उसी सन्नाटे के बीच परिवार ने कुछ ऐसा किया जिसने हर दिल को छू लिया. गम के बीच भी उन्होंने समाज के लिए उम्मीद और जागरूकता की लौ जलाई. प्रकाश श्रीमाली ने परिवार के युवा सदस्यों और रिश्तेदारों को एक–एक करके हेलमेट पहनाया और सभी को संकल्प दिलाया कि अब से बिना हेलमेट वाहन नहीं चलाया जाएगा.

हेलमेट पहनाते समय हर चेहरे पर आंसू बह रहे थे क्योंकि वहां हंसते–खेलते मानविक नहीं था, अपनी साड़ी का पल्लू ठीक करती मुस्कुराती हर्षिता भी नहीं थी. पर परिवार के मन में यही विचार था यदि हेलमेट होता, तो शायद आज कहानी कुछ और होती. हर्षिता के जियाजी वीरेंद्र श्रीमाली, भाई चंद्रेश श्रीमाली, मनीष श्रीमाली और धर्मु श्रीमाली ने भी हेलमेट वितरित कर इस मिशन को आगे बढ़ाया. दर्द के बीच उठाया गया यह कदम समाज के लिए सबसे गहरी सीख बन गया.

प्रकाश श्रीमाली के शब्द हर कान में गूंजते रहे“हमने अपनों को खो दिया… लेकिन अगर हमारी जागरूकता से किसी और का परिवार टूटने से बच जाए, तो यही हर्षिता और मानविक की आत्मा की शांति होगी.” यह घटना सिखा गई कि सड़क हादसा सिर्फ एक व्यक्ति नहीं ले जाता वह परिवार, रिश्ते, सपने और पूरी जिंदगी छीन ले जाता है पर एक छोटा सा निर्णय, हेलमेट पहनने का कई घरों की खुशियां हमेशा सुरक्षित रख सकता है. आज मानविक की खेलती मुस्कान और हर्षिता की ममता तो वापस नहीं आएगी. लेकिन अगर उनकी यादें किसी और परिवार की जिंदगी बचा दें, तो यही सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी.

Monali Paul

Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें

Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW… और पढ़ें

Location :

Udaipur,Rajasthan

First Published :

November 24, 2025, 14:27 IST

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उदयपुर में परिवार ने मानविक-हर्षिता की याद में हेलमेट जागरूकता बढ़ाई

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