फसल बर्बादी से टूटे किसान, अब सरकार लाई बड़ी सौगात… 8 लाख किसानों को सीधी राहत का ऐलान!

Last Updated:November 07, 2025, 17:42 IST
Jaipur News : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्णय से SDRF के तहत 14 जिलों के 6,738 गांवों के आठ लाख से अधिक किसानों को बाढ़ और अतिवृष्टि से नुकसान पर सीधी राहत मिलेगी.
जयपुर. खरीफ फसल में अतिवृष्टि और बाढ़ से हुए नुकसान से जूझ रहे किसानों को आखिरकार राहत की सौगात मिली है. राज्य सरकार ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए कुल 6 जिलों के हजारों गांवों को अभावग्रस्त घोषित किया है. इस फैसले से अब उन किसानों को राहत मिलेगी जिनकी फसलें 33 प्रतिशत या उससे अधिक खराब हुई हैं. इन किसानों को कृषि आदान-अनुदान वितरण की अनुमति दी गई है.
आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में बताया गया कि झालावाड़, धौलपुर, बूंदी, भरतपुर, डीग और टोंक जिले की कुल 43 तहसीलों के 3,777 गांवों को अभावग्रस्त घोषित किया गया है. विभाग की उप शासन सचिव शैफाली कुशवाहा ने जानकारी दी कि खरीफ फसल संवत 2082 (वर्ष 2025-26) की गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया गया है. इससे उन किसानों को सीधी आर्थिक सहायता मिलेगी जिनकी फसलें भारी बारिश और बाढ़ के कारण बर्बाद हो गईं.
आठ लाख से अधिक किसानों को मिलेगी राहत
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किसानों की पीड़ा को समझते हुए यह संवेदनशील निर्णय लिया है. उन्होंने प्रभावित किसानों को राज्य आपदा राहत कोष (SDRF) से कृषि अनुदान वितरण की स्वीकृति दी है. मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद 6 जिलों की 40 तहसीलों के 2,961 गांवों को भी अभावग्रस्त घोषित किया गया है. इस निर्णय से अजमेर, अलवर, झुंझुनूं, कोटा, पाली और बांसवाड़ा जिले के आठ लाख से अधिक किसानों को सीधी राहत मिलेगी.
सरकार ने जताई किसानों के साथ एकजुटतासरकार का कहना है कि किसानों की फसल खराबे की स्थिति को लेकर प्रशासनिक स्तर पर विस्तृत रिपोर्ट मंगाई गई थी, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया. इस घोषणा से प्रभावित किसानों को कृषि इनपुट ग्रांट यानी बीज, खाद और अन्य कृषि संसाधनों के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी. सरकार ने आश्वासन दिया है कि किसी भी पात्र किसान को सहायता से वंचित नहीं रखा जाएगा. इस फैसले से प्रदेश के किसानों में राहत और विश्वास का माहौल बना है. कई जिलों में किसान संगठनों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के इस निर्णय की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा तथा आगामी रबी फसल की तैयारी में मदद मिलेगी.
Anand Pandey
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल… और पढ़ें
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
November 07, 2025, 17:42 IST
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फसल बर्बादी से टूटे किसान, अब सरकार लाई बड़ी सौगात… 8 लाख किसानों को राहत!



