किसान कपास की इस वैरायटी की करें खेती, कम लागत में होगा डबल मुनाफा, जान लें बीज बुवाई का तरीका

Last Updated:May 20, 2025, 09:14 IST
Nagaur Cotton Farming: राजस्थान के नागौर में किसान बड़े पैमाने पर कपास की खेती करते हैं. पिछले वर्ष भी 45 हजार हेक्टयर में इसकी खेती हुई थी. इस बार मौसम के बदलते मिजाज के चलते कपास की खेती करने वाले किसान चिंतित…और पढ़ेंX
कपास की खेती
हाइलाइट्स
कपास की खेती के लिए मई-जून का समय उपयुक्त है.बीटी किस्म के बीज कम पानी में अच्छा उत्पादन देते हैं.कपास की खेती के लिए काली मिट्टी और 30°C तापमान उपयुक्त है.
नागौर. राजस्थान के नागौर में किसानों के लिए खरीफ सीजन में सबसे महत्वपूर्ण कपास की खेती होती है. इसकी बुवाई को लेकर किसान तैयारियों में जुट गए हैं. यहां के किसान ड्रिप एरिगेशन सिस्टम के जरिए कपास की खेती करते हैं. कपास की खेती के लिए मई से लेकर जून के पहले सप्ताह तक समय बेहतर माना जाता है. इस समय कपास की खेती के लिए तापमान भी उपयुक्त रहता है. कपास की बुवाई के लिए अनुकूल तापमान 16° सेल्सियस से 35° सेल्सियस के बीच होना उपयुक्त माना जाता है.
मौसम के बदलते मिजाज से किसान परेशान
कपास की खेती में बीज अंकुरित होने के समय 30 डिग्री सेल्सियस तापमान का होना सबसे अच्छा माना जाता है. बीज अंकुरन के समय अधिक तापमान होने की स्थिति में पौधे के झुलस कर नष्ट होने की आशंका ज्यादा रहती है. कृषि विभाग के अधिकारी भी किसानों से बीज खरीदते समय उसकी गुणवत्ता का ध्यान रखने की सलाह देते हैं. नागौर जिले में पिछले साल कपास की खेती करीब 45 हजार हेक्टेयर में की गई थी. लेकिन, इस बार लगातार मौसम में हो रहे बदलाव को लेकर किसानों को भी चिंता सता रही है. किसान अभी बुवाई के कार्यों में जुटे हुए है. इस दौरान सहायक निदेशक कृषि विस्तार मेड़ता रामप्रकाश बेड़ा का कहना है कि किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराना है. जिससे कि अच्छी पैदावार हो सके और किसानों को लागत से अधिक मुनाफा मिले.
जानें कैसे करें कपास की खेती
कपास की खेती करने का सही समय मई माह के बीच का समय और जून के पहले सप्ताह में कपास की रहता है, क्योंकि इस समय कपास की खेती के लिए मौसम अनुकूल रहता है. कपास की क्यारी बनाने का एक तरीका होता है. या फिर ड्रिप सिस्टम (बूंद बूंद) प्रणाली से कपास की खेती करना सबसे सही रहता है. कपास पौधे की बुवाई करते समय एक पौधे से दूसरे पौधे की दूरी में कम से कम 2 फीट का अंतराल होना चाहिए. इससे कपास के ग्रोथ पर असर नहीं पड़ता है.
बीटी किस्म का पौधा रहता है बेहतर
उन्नत किसान बंटी यादव ने बताया काली मिट्टी कपास की खेती के लिए बेस्ट है. लेकिन, नागौर में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां काली मिट्टी नहीं है. इसके बावजूद कपास की खेती की जाती है. कई बार कपास के बीज का चयन गलत हो जाता है. ऐसे में किसान को कम पानी व अच्छे उत्पादन के लिए बीटी किस्म के बीज का चयन करना चाहिए, ताकि कपास का अच्छा उत्पादन मिल सके. कपास के लिए बीटी किस्म के कई प्रकार के बीज आते हैं, लेकिन 450 ग्राम का पैकेट किसानों के लिए उपयुक्त रहेगा. वहीं एक एकड़ में पौधों की संख्या लगभग 3500 से 4000 के बीच होनी चाहिए.
Location :
Nagaur,Rajasthan
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कपास की खेती से कमाना है डबल मुनाफा, जान लें बीज बुवाई का तरीका