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किसान गर्मी में खाली खेतों को बनाएं आमदनी का जरिया, करें इस फसल की खेती, मिलेगी बंपर पैदावार

Last Updated:March 12, 2025, 21:11 IST

Farming of Moong : भरतपुर में सरसों और गेहूं की कटाई के बाद किसान मूंग की खेती कर सकते हैं. डॉ. उदय भान सिंह के अनुसार, मूंग की खेती सरल और लाभदायक है.किसान गर्मी में खाली खेतों को बनाएं आमदनी का जरिया, करें इस फसल की खेती...

गर्मियों में करें ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती 

हाइलाइट्स

मूंग की खेती सरल और लाभदायक हैमूंग की बुवाई का समय 10 मार्च से 10 अप्रैल तक हैमूंग की फसल 65-75 दिनों में तैयार होती है

भरतपुर : भरतपुर कृषि संभाग में सरसों और गेहूं प्रमुख रबी फसलें हैं. वर्तमान में सरसों की कटाई भरतपुर क्षेत्र में जारी है. जबकि गेहूं की कटाई अप्रैल के पहले सप्ताह तक पूरी हो जाएगी रबी फसलों की कटाई के बाद गर्मी के मौसम में अधिकांश खेत खाली रह जाते हैं. उस समय किसान अपने खेतों का सही उपयोग कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं. इसके लिए वे कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि महाविद्यालय या कृषि विशेषज्ञों से सलाह ले सकते हैं.

कृषि महाविद्यालय भुसावर के डीन डॉ. उदय भान सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जिन किसानों के पास सिंचाई की सुविधा है. उन्हें गर्मियों में खेत खाली छोड़ने की बजाय सब्जियों या मूंग की खेती करनी चाहिए सब्जियों की तुलना में मूंग की खेती सरल और अधिक लाभदायक होती है. उन्होंने बताया कि ग्रीष्मकालीन मूंग की बुवाई का समय 10 मार्च से 10 अप्रैल तक होता है. इस मौसम में अधिक तापमान और कम नमी के कारण कीट व बीमारियों का प्रकोप कम रहता है.

हालांकि क्षारीय मिट्टी मूंग की खेती के लिए उपयुक्त नहीं होती इसलिए मिट्टी की जांच आवश्यक है डॉ.सिंह के अनुसार कुछ प्रमुख उन्नत किस्में हैं. जैसे पूसा बैसाखी 65-70 दिन में तैयार होती है.जबकी मोहिनी पंत मूंग 1 जवाहर 45 ये 75 दिनों में पक जाती हैं. इन किस्मों से 10-12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार होती है, जिससे किसान 40,000 से 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की शुद्ध आमदनी कमा सकते हैं.

यह कम समय में तैयार फसल सिर्फ 65-75 दिनों में कटाई योग्य मृदा उर्वरता में सुधार मूंग की जड़ों से मिट्टी में नाइट्रोजन स्थिर होती है.कम खर्च अधिक मुनाफा कीट व रोग नियंत्रण पर कम खर्च होता है. बीमारियों का खतरा भी काम होता है. गर्मी के कारण कीट व रोग कम लगते हैं. अब भरतपुर के किसान ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती कर अपने खेतों का सदुपयोग कर सकते हैं. यह कम लागत में अधिक लाभ देने वाली फसल है. अब किसानों को कृषि विशेषज्ञों की सलाह लेकर वैज्ञानिक पद्धति से इसकी खेती करनी चाहिए.


Location :

Bharatpur,Rajasthan

First Published :

March 12, 2025, 21:11 IST

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