पुरानी परंपरा को पुर्नजिवित रखने की कोशिश, किसान बैलों से करें खेती, सरकार देगी प्रोत्साहन राशि

Last Updated:March 08, 2025, 12:36 IST
Rajasthan Agriculture Scheme: राजस्थान सरकार की ओर से एक ऐसी योजना शुरू की जा रही है, जिससे खेतों में बैल की मदद हल चलते दिख जाएंगे. यह योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए लाभदायक होगी. बैलों से खेती करने पर कि…और पढ़ें
बैलों से खेती (सांकेतिक)
हाइलाइट्स
राजस्थान में बैलों से खेती करने पर 30 हजार की प्रोत्साहन राशि मिलेगी.योजना से जैविक खेती और गोपालन को बढ़ावा मिलेगा.गोबर गैस प्लांट लगाने पर भी सब्सिडी का प्रावधान है.
सिरोही: प्रदेश में एक बार फिर खेतों में बैलों से जुताई होते दिखाई देगी. कुछ साल पहले कृषि के क्षेत्र में आधुनिक यंत्रों और ट्रैक्टर आने के बाद बैल खेती से गायब होने लगे थे. अब राज्य सरकार की ओर से एक ऐसी योजना शुरू की जा रही है, जिससे ये बैल फिर से खेतों में लौटेंगे. ये योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए लाभदायक होगी. राज्य सरकार की इस योजना में बैलों से खेती करने वाले किसानों को हर साल 30 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
यह योजना सिर्फ बैलों के संरक्षण के लिए नहीं बल्कि छोटे किसानों को आर्थिक रूप से सम्बल प्रदान करने के लिए दी जा रही है. साथ ही कृषि यंत्रों से होने वाले प्रदूषण को कम कर जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा. पिछले कुछ वर्षों में बैलों की संख्या में लगातार गिरावट हो रही थी. इस योजना के बाद बैलों से खेती पुनर्जिवित होगी.
जैविक खेती के साथ गोपालन को बढ़ावा
खेतों में आधुनिक उपकरणों का उपयोग होने से बैलों का पालन बहुत कम हो गया था. अब इस योजना से जैविक खेती के साथ ही गोपालन को भी बढ़ावा मिलेगा. साथ ही बैलों के पालन-पोषण पर होने वाले खर्च में इस प्रोत्साहन राशि से काफी सहयोग मिलेगा. इस योजना से छोटे किसानों को रासायनिक उर्वरकों की बजाय प्राकृतिक तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे. अक्सर छोटे बछड़ों को निराश्रित छोड़ दिया जाता था, लेकिन अब उपयोगी साबित हो सकते हैं. इससे खेती की लागत में कमी आने के साथ ही मिट्टी की उर्वरकता भी बनी रहेगी. बैलों से खेती करने से किसानों को केवल आर्थिक लाभ ही नहीं मिलेगा, बल्कि इससे पर्यावरण को भी फायदा होगा.
हर जिले से मांगी गई है जानकारी
कृषि विभाग के कृषि आयुक्त चिन्मयी गोपाल ने आदेश जारी कर बजट घोषणा की पालना में बैलों से खेती करने वाले किसानों की जानकारी हर जिले से मांगी गई है. सिरोही कृषि उप निदेशक संयज तनुजा ने बताया कि जिले में बैलों से खेती करने वाले किसानों की जानकारी एकत्रित कर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी, ताकि अधिकाधिक लोगों को फायदा मिल सके. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की तर्ज पर यह प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
गोबर गैस प्लांट लगाने पर मिलेगी सब्सिडी
बैलों से खेती पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के साथ ही बैलों और गायों से मिलने वाले गोबर का उपयोग करने के लिए किसान के गोबर गैस प्लांट लगाने पर भी सब्सिडी का प्रावधान है. अगर आप भी बैलों से खेती या गोबर गैस प्लांट लगाने की सोच रहे हैं, तो जिला कृषि विभाग कार्यालय या नजदीकी कृषि सेवा केंद्र में सम्पर्क कर सकते हैं.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
March 08, 2025, 12:36 IST
homeagriculture
राजस्थान में बैलों से खेती कराने पर जोर, किसानों को सरकार देगी प्रोत्साहन राशि