Fennel Farming: किसानों के लिए कुबेर का खजाना है ये फसल, कीमत जान कर हो जाएंगे हैरान, खेती के लिए इन बातों का ध्यान जरूरी

Agency: Rajasthan
Last Updated:February 16, 2025, 12:49 IST
Fennel Farming: राजस्थान में सिरोही जिले और खास तौर पर आबू के पहाड़ी इलाकों की तलहटी में की जाने वाली सौंफ की प्रदेश में ही नहीं देश के कई राज्यों में डिमांड होती है. यहां की फसल की क्वालिटी ए-ग्रेड होने से फसल …और पढ़ेंX
सौंफ की खेती
हाइलाइट्स
सिरोही में सौंफ की बम्पर पैदावार हुईकिसानों को सौंफ के अच्छे दाम मिलने की उम्मीद हैसौंफ की फसल के लिए सिरोही का मौसम उपयुक्त है
सिरोही: राजस्थान के सिरोही जिले में, जो गुजरात की सीमा से सटा हुआ है, किसान अनाज के साथ-साथ कैश क्रॉप की खेती भी कर रहे हैं. इनमें सबसे ज्यादा सौंफ की खेती होती है. खेतों में सौंफ की फसल लहलहा रही है और अगले एक महीने में इसकी कटाई शुरू हो जाएगी.
सौंफ के लिए सबसे उपयुक्त है सिरोही का मौसमसिरोही जिले, खासकर आबू के पहाड़ी इलाकों में उगाई जाने वाली सौंफ की मांग न केवल राजस्थान में बल्कि देश के कई राज्यों में भी है. यहां की सौंफ की क्वालिटी ए-ग्रेड होती है, जिससे किसानों को अच्छा दाम मिल जाता है. सौंफ के लिए यहां का मौसम सबसे उपयुक्त माना जाता है, इसलिए यहां के किसान पारंपरिक रूप से सौंफ की खेती करते आ रहे हैं.
ग्रेडिंग के आधार पर तय होती है उसकी कीमतजिले में उगाई जाने वाली सौंफ की उपज एशिया की सबसे बड़ी मसाला मंडी, गुजरात की ऊंझा मंडी में भी जाती है. इस मंडी में सौंफ की ग्रेडिंग के आधार पर उसकी कीमत तय होती है. डिमांड ज्यादा होने के कारण कई व्यापारी सीधे किसानों से संपर्क कर फसल खरीदते हैं. जिले में करीब 6,000 हेक्टेयर में सौंफ की खेती होती है, जिसमें आबूरोड, माउंट आबू, रेवदर और पिंडवाड़ा उपखंड के गांव शामिल हैं.
ठंडा मौसम सौंफ की फसल के लिए फायदेमंद जिले में सौंफ की खेती कर रहे किसान फूलचंद पुरोहित और केतन पुरोहित ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र के आसपास का अनुकूल मौसम फसल के लिए अच्छा होता है. सौंफ की फसल में नमी होना जरूरी है, गर्मी में फसल के सूखने का खतरा रहता है. इसलिए सौंफ की खेती के लिए 20 से 30 डिग्री का तापमान जरूरी है. बीजों को उपचारित करके ही बोना चाहिए. बुवाई से पहले बीजों को फफूंद नाशक दवा से उपचारित करें.
8 महीने में तैयार होती है फसल जिले में आदिवासी किसान परिवार पीढ़ियों से सौंफ की खेती कर रहे हैं, लेकिन अब कई किसान आधुनिक तकनीक जैसे ड्रिप सिस्टम का उपयोग कर कम मेहनत में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. इस फसल को तैयार होने में 8 महीने का समय लगता है. जिले में वॉलीन बीज और मटरी हाइब्रिड बीज से सौंफ की खेती होती है. देशी बीज से होने वाली खेती में जुलाई-अगस्त में बुवाई के बाद जनवरी में फसल काटी जाती है, जबकि हाइब्रिड बीज में सितंबर-अक्टूबर में बुवाई कर मार्च-अप्रैल में कटाई होती है. इसके बाद सौंफ को सुखाकर ग्रेडिंग की जाती है और फिर बिक्री होती है.
गुजरात में मिलता है अच्छा दाम जिले में खेती प्रमुख रोजगार का साधन होने के बावजूद यहां सब्जी मंडी नहीं है, इसलिए किसान गुजरात जाकर अपनी फसल बेचते हैं. यहां की सौंफ की डिमांड होने से इसके अच्छे दाम मिलते हैं और किसानों को अच्छा मुनाफा होता है. ए-ग्रेड सौंफ के 8,000 रुपए प्रति 20 किलोग्राम तक मिल जाते हैं.
Location :
Sirohi,Sirohi,Rajasthan
First Published :
February 16, 2025, 12:49 IST
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