Rajasthan
Film Review Jurassic World Dominion | इस ‘जुरासिक वर्ल्ड’ की सैर करने में नहीं आता आनंद

स्टोरी में फ्रेशनेस मिसिंग है। स्क्रीनप्ले क्रिस्प नहीं है। कॉलिन ट्रेवोर का निर्देशन ठीक-ठाक है। उन्होंने ‘दृश्य तमाशा’ बनाने की कोशिश की है। विजुअल इफेक्ट्स कमाल के हैं। कुछ दृश्य वाकई मंत्रमुग्ध कर देते हैं। फिल्म नॉस्टैल्जिक है, मगर ऊबड़-खाबड़ राइड के माफिक है। सिनेमैटोग्राफी बढ़िया है, पर कुछ अलग नहीं है। कलाकारों की अदाकारी अच्छी है। क्रिस प्रैट और ब्राइस डलास ने इस ट्रिलॉजी की पिछली मूवी के अपने किरदारों को आगे बढ़ाते हुए अच्छी परफॉर्मेंस दी है। ‘जुरासिक पार्क’ की तिकड़ी लॉरा डर्न, जेफ गोल्डब्लम और सैम नील की री-यूनियन जबरदस्त है। बाकी सपोर्टिंग कास्ट ने अपने रोल को शालीनता के साथ अदा किया है। बहरहाल, फिल्म में बहुत कुछ घिसा-पिटा है, लेकिन स्पेशल इफेक्ट्स इन कमियों को एक हद तक छुपा देते हैं। परदे पर डायनासोर भव्य हैं और अधिक विश्वसनीय हैं। लेकिन, इसके बावजूद फिल्म जॉय की अनुभूति नहीं कराती।
रेटिंग: **