Rajasthan

पहली बार ये IIT हिंदी मीडियम में करवा रही इंजीनियरिंग, बीटेक करने वाले स्टूडेंट्स को होगी आसानी

जोधपुर में मौजूद भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) ने इस साल पहली बार बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) पाठ्यक्रम को हिन्दी माध्यम में शुरू किया है. यह देश में अपने आप में एक अनोखी पहल है. इसके जरिए विद्यार्थियों को उनकी मातृभाषा में पढ़ने और समझने का अवसर मिलेगा. जिससे वो अपनी पढ़ाई में अधिक सहज और प्रभावी हो सकेंगे. यह कदम IIT जोधपुर ने समावेशी और सहायक शैक्षिक वातावरण को बढ़ावा देने देने के लिए उठाया है.

बीटेक के लिए नई पहल

IIT जोधपुर ने इस सत्र में 120 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया है. जिसमें 106 छात्र और 14 छात्राएं शामिल हैं. हालांकि, बीटेक की कक्षाएं एक ही प्रोफेसर अंग्रेजी और हिन्दी दोनों माध्यमों में लेंगे. इससे हिन्दी माध्यम के विद्यार्थी हिंग्लिश (हिन्दी और अंग्रेजी का मिश्रण) के माध्यम से पढ़ाई कर सकें.

इसका उद्देश्य यह है कि जब ये छात्र द्वितीय वर्ष में प्रवेश करेंगे तो अंग्रेजी माध्यम में आसानी से समायोजित हो सकें और उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो.

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भाषा के अनुकूल पढ़ाई

IIT जोधपुर का यह कदम खासकर उन विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद है, जिन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा हिन्दी या अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में की है. आपको बता दें कि आमतौर पर इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई में अंग्रेजी माध्यम से छात्रों को कठिनाई होती है. उनकी स्कूली शिक्षा क्षेत्रीय भाषाओं में होती है. अब विद्यार्थियों को उनकी पसंदीदा भाषा में पढ़ाई का विकल्प मिलेगा, जिससे वे प्रभावी ढंग से सीख सकेंगे.

11 भाषाओं में इंजीनियरिंग की किताबें

IIT जोधपुर ने हिंदी के अलावा अन्य 11 क्षेत्रीय भाषाओं में भी इंजीनियरिंग की किताबें तैयार की जा रही हैं. इनमें तमिल, तेलुगु, उर्दू, मलयालम, बंगाली, असमिया, मराठी, कन्नड़, उड़िया, गुजराती और पंजाबी शामिल हैं. इस पहल से विभिन्न राज्यों के छात्र अपनी मातृभाषा में भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकेंगे.

बीटेक हिंदी में शुरू करने वाली पहला IIT

IIT जोधपुर हिन्दी माध्यम में बीटेक शुरू करने वाली देश का पहला IIT है. यह कार्यक्रम नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है, जिसमें क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही गई है. हालांकि, बीटेक का द्वितीय वर्ष संभवत: हिन्दी माध्यम में नहीं होगा, लेकिन यह कदम उन छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं.

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Tags: Jodhpur News, Local18

FIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 11:24 IST

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