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For this special reason, the Raj Bhavan of Rajasthan shifts here in summer

Last Updated:March 01, 2025, 14:13 IST

Sirohi News: राजस्थान में ज्यादा गर्मी होने और हिल स्टेशन माउंट आबू में गर्मियों में भी ठंडक रहने से पर्यटकों के साथ राज्यपाल भी यहां कई दिनों तक रुकते हैं. यहां बने 157 साल पुराने भवन से कामकाज देखते है. समय क…और पढ़ेंX
राजभवन
राजभवन माउंट आबू

राजस्थान में ब्रिटिशकाल से गर्मियों में राजस्थान के राजभवन के हिल स्टेशन माउंट आबू में शिफ्ट होने की परम्परा रही है. राजस्थान में ज्यादा गर्मी होने और हिल स्टेशन माउंट आबू में गर्मियों में भी ठंडक रहने से पर्यटकों के साथ राज्यपाल भी यहां कई दिनों तक रुकते हैं. यहां बने 157 साल पुराने भवन से कामकाज देखते है. समय के साथ इसका कई बार रिनोवेशन भी हुआ है. माउंट आबू का राजभवन राजस्थान के राज्यपाल का ग्रीष्मकालीन रिसोर्ट है. आजादी के बाद भी यहां कई राज्यपाल गर्मियों में रुक चुके हैं. राज्यपाल के आगमन पर केवल गर्मियों में ही इस भवन में रौनक नजर आती है.

इस भवन के इतिहास की बात करें. राज्य पुनर्गठन आयोग की सिफारिशों के के बाद 1 नवंबर 1956 ई. से माउंट आबू को वापस राजस्थान में शामिल किया गया. रेजीडेंसी राजभवन बन गई और इसका उपयोग राजस्थान के राज्यपाल के ग्रीष्मकालीन रिसॉर्ट के रूप में किया जाने लगा.

मात्र 46 हजार की लागत में बना था भवनरेजीडेंसी बिल्डिंग (जिसे अब राजभवन कहा जाता है) एक आलीशान इमारत है. इसका निर्माण वर्ष 1868 ई. में नौ बीघा भूमि पर अंग्रेजी उत्तर-पुनर्जागरण (एलिज़ाबेथन) शैली में किया गया था. बिजली सहित इमारत के निर्माण में 46305 रुपये की लागत आई थी. मूल रूप से लेफ्टिनेंट कर्नल ईडन, तत्कालीन एजीजी की पहल पर गवर्नर-जनरल (एजीजी) के एजेंट के आधिकारिक निवास के रूप में इसे बनवाया गया था.

सबसे पहले रुके थे लेफ्टिनेंट कर्नलरेजीडेंसी भवन के पहले निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल आरएच कीटिंग, एजीजी थे, जो 15 मार्च 1868 ई. को यहां रहने आए थे. इसके बाद पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र के अलावा आजादी के बाद से कई राज्यपाल यहां रुक चुके हैं. यह बिल्डिंग माउंट आबू की एक पहाड़ी पर बनी हुई है. यहां से माउंट आबू की नक्की झील के अलावा कई सुंदर नजारे दिखते हैं.

अंग्रजों के जमाने का पियानो भीइस भवन में एक प्राचीन पियानो भी है. जो अभी भी काम करने की स्थिति में है. इस पियानो का निर्माण प्रसिद्ध कंपनी गेब्रिल्डर नैक ने विशेष रूप से भारत के लिए एस रोज़ एंड कंपनी, फोर्ट, बॉम्बे (अब मुंबई) के लिए किया था. इसके अलावा ब्रिटिश काल की सांस्कृतिक सामग्री की एक प्रदर्शनी और अनुस्मारक के रूप में ड्राइंग रूम में रखा गया है. राजभवन में 7 बेडरूम, दो सिटिंग रूम और एक बड़ा डाइनिंग हॉल है. परिसर में स्टाफ क्वार्टर और सुरक्षा व्यवस्था के लिए 150 लोगों के रुकने की व्यवस्था है.


Location :

Sirohi,Rajasthan

First Published :

March 01, 2025, 14:13 IST

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इस खास वजह से गर्मियों में यहां शिफ्ट हो जाता है राजस्थान का राजभवन

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