राजस्थान के ओम बन्ना मंदिर में बुलेट की पूजा, विदेशी पर्यटक भी करते है यहां दर्शन, जानें मान्यता

Last Updated:April 24, 2025, 17:05 IST
चोटिला गांव के रहने वाले ओम बन्ना का देवलोकगमन 1988 में देवल वाले स्थल पर ही उगे एक पेड़ से बाइक टकराने के कारण हुआ था. उनके पुत्र महान पराक्रमसिंह की माने तो उनके पिता जीवन काल में समाजसेवा के लिए समर्पित थे. …और पढ़ेंX
ओम बन्ना मंदिर पहुंचे विदेशी पर्यटक
राजस्थान भर में ऐसे कई मंदिर है. जिनकी अपनी अलग-अलग मान्यताएं है जिनसे उनकी पहचान है. मगर बात राजस्थान के पाली जिले की करे तो यहां पर एक ऐसा मंदिर है जहां पर मूर्ति के साथ-साथ बुलेट की भी पूजा होती है. यह मंदिर रोहिट से कुछ किलोमीटर की दूरी पर एक छोटे से गांव चोटिला में स्थापित है जहां अब इन दिनो देशी पर्यटकों के साथ-साथ अब विदेशी पर्यटकों का भी दर्शन के लिए पहुंचने का सिलसिला काफी चल रहा है.
इस मंदिर में अब बडी संख्या में विदेशी पर्यटक भी पहुंचकर यहां न केवल दर्शन कर रहे है बल्कि इस मंदिर के इतिहास को जानने में अपनी इच्छा भी जता रहे है. यह मंदिर पाली हाईवे पर स्थित है ऐसे में इसकी मान्यता है कि कोई भी वाहन चालक यहां पर धोक लगाए बिना या फिर रूककर हाथ जोडकर अपने वाहन का हॉर्न बजाए बिना नही निकलता है.
यह है इस मंदिर का इतिहासचोटिला गांव के रहने वाले ओम बन्ना का देवलोकगमन 1988 में देवल वाले स्थल पर ही उगे एक पेड़ से बाइक टकराने के कारण हुआ था. उनके पुत्र महान पराक्रमसिंह की माने तो उनके पिता जीवन काल में समाजसेवा के लिए समर्पित थे. हमेशा लोगों की सहायता करते थे. उनके देवलोगमन के बाद उनकी बाइक पुलिस थाने में अपने आप स्टार्ट हो गई थी. उन्होंने निधन के दो-तीन बाद ही अपनी मां को सपने में आकर देवलोकगमन स्थल पर देवल बनाने को कहा. इसके बाद यहां देवल की स्थापना की गई. जो आज लोगों की आस्था का केन्द्र बन गया है.
यह रहता है मंदिर में आरती का समयओम बन्ना देवल पर सुबह सात बजे आरती की जाती है. इसके बाद शाम को भी सात बजे आरती की जाती है. इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते है. आरती व पूजन यूं तो ओम बन्ना के परिजन ही करते है. कई बार उनके नहीं पहुंचने पर एक ब्राह्मण की ओर से आरती की जाती है. आरती करते समय घंटे-घडि़याल के साथ ही ढोल व थाली भी बजाए जाते है. यहां बैठे ठोल वाले ओम बन्ना के भजन गाते है. यहां धूप-दीप करने के लिए भी गांव के ही कुछ लोग लगे हुए है.
यहां पूरी होती है हर मोकामनाएंओम बन्ना देवल पर आने वाले अधिकांश श्रद्धालु मन्नत मांगने या मन्नत पूरी होने की बात करते है. सूरज, नागौर क्षेत्र, मध्य प्रदेश से आए श्रद्धालुओं से बात करने पर उन्होंने ओम बन्ना देवल आने के बाद उनकी इच्छा पूरी होने की बात की. कई लोग अपने मित्रों व विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में ओम बन्ना के बारे में पढक़र देवल पर मत्था टेकने की बात कही. ओम बन्ना देवल पर आने वाले श्रद्धालुओं से बातचीत में एक ही बात सामने आई कि ओम बन्ना उनकी इच्छा पूरी करते है.
First Published :
April 24, 2025, 17:05 IST
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ओम बन्ना मंदिर में बुलेट की पूजा, विदेशी पर्यटक भी करते है यहां दर्शन