दुर्लभ यूरेशियन वल्चर का रेस्क्यू, वन विभाग ने बचाई जान

Last Updated:December 09, 2025, 20:18 IST
जालोर के सायला उपखंड के देता कला गांव में ग्रामीणों ने एक दुर्लभ यूरेशियन वल्चर को घायल अवस्था में पाया. उड़ान नहीं भर पाने वाले इस विशाल गिद्ध को ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को सूचित किया. वन विभाग की त्वरित टीम ने पक्षी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और प्राथमिक उपचार किया. विशेषज्ञों के अनुसार, यह प्रजाति पर्यावरणीय संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
जालोर. जिले के सायला उपखंड क्षेत्र के देता कला गांव से एक बेहद दुर्लभ और महत्वपूर्ण खबर सामने आई है. यहां ग्रामीणों को एक यूरेशियन वल्चर यानी दुर्लभ प्रजाति का गिद्ध घायल अवस्था में मिला. यह गिद्ध उड़ान नहीं भर पा रहा था, इसलिए ग्रामीणों ने बिना समय गंवाए तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी. घटना देता कला के रोहिनवाड़ा, वगताजी भगत के बेरा क्षेत्र की है. सुबह के समय लोगों ने रास्ते में एक बड़े आकार के गिद्ध को ज़मीन पर बैठे देखा. आमतोर पर आसमान में ऊंची उड़ान भरने वाला गिद्ध इस तरह से ज़मीन पर दिखाई देना अपने-आप में चिंताजनक बात थी.
जब ग्रामीणों ने पास जाकर देखा तो पता चला कि गिद्ध उड़ने में असमर्थ है. इसके बाद लोगों ने इंसानियत दिखाते हुए वन विभाग को तुरंत सूचना दी. सूचना मिलते ही डीएफओ जयदेव चारण ने रेस्क्यू टीम को तुरंत मौके पर भेजने के निर्देश दिए. वन मित्र भगाराम और वनपाल ईश्वर सिंह राव की टीम तेजी से गांव पहुंची. टीम ने हालात का जायज़ा लिया और सावधानीपूर्वक गिद्ध को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया. पूरा रेस्क्यू बेहद सतर्कता और विशेषज्ञता के साथ किया गया ताकि पक्षी को किसी तरह की अतिरिक्त चोट न पहुंचे.
डॉक्टरों ने उसके पंख, पंजे और शरीर की गहन जांच की
पशुपालन विभाग के चिकित्सक डॉ. संजय माली ने गिद्ध का मेडिकल चेकअप किया. स्वास्थ्य परीक्षण में पता चला कि गिद्ध गंभीर रूप से घायल तो नहीं है, लेकिन कमजोरी और थकान के कारण उड़ान नहीं भर पा रहा था. डॉक्टरों ने उसके पंख, पंजे और शरीर की गहन जांच की और प्राथमिक उपचार किया. फिलहाल इस दुर्लभ यूरेशियन वल्चर को सायला वन चौकी में रखा गया है, जहां वन विभाग की टीम लगातार उसकी निगरानी कर रही है.
विशेषज्ञों के अनुसार यह प्रजाति बेहद कम देखी जाती है और पर्यावरणीय संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इसी वजह से इस गिद्ध का सुरक्षित बचाया जाना वन्यजीव संरक्षण के लिए अच्छी खबर है. वन विभाग का कहना है कि पूरी तरह स्वस्थ होते ही इस गिद्ध को इसके प्राकृतिक आवास में वापस छोड़ा जाएगा. ग्रामीणों की जागरूकता और विभाग की तत्परता ने एक दुर्लभ प्रजाति की जान बचा ली.
About the AuthorMonali Paul
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Location :
Jalor,Rajasthan
First Published :
December 09, 2025, 20:18 IST
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जालोर में दुर्लभ यूरेशियन वल्चर का रेस्क्यू, वन विभाग ने बचाई जान



